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अंकों के फेर में नहीं पड़े, तनावमुक्त रहकर दें परीक्षा…

locationझालावाड़Published: Feb 17, 2020 04:04:03 pm

Submitted by:

Anil Sharma

सीबीएसई अध्यक्ष ने की पहल…

jhalawar

Do not fall in the numbers, do exams without stress

झालावाड़.केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की बोर्ड परीक्षाएं शुरु हो चुकी है। ऐसे में बार्ड परीक्षा के तनाव से बचने के लिए सीबीएसई अध्यक्ष अनीता करवल ने तीन दिन पहले ही बच्चों को पत्र लिखकर परीक्षा में नीडर रहकर आगे बढऩे की नसीहत दी। वहीं माता-पिता को भी पत्र खिलकर कई सुझाव दिए।
दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं शनिवार से शुरु हो चुकी है। जिले में करीब एक दर्जन सीबीएसई स्कूलों के करीब ४ हजार से अधिक छात्र बोर्ड परीक्षा दे रहे हैं, ऐसे में अध्यक्ष द्वारा लिखा पत्र उनके लिए परीक्षा के तनाव को कम करने में सहयोगी साबित होगा।
यह लिखा पत्र में
स्कूलिंग का मतलब सिर्फ बोर्ड परीक्षाएं नहीं है। मैं अपने दोस्तों से कहना चाहूंगी, जिंदगी में कुछ भी करो लेकिन इतिहास बनाने से दूर रहना। अगली पीढ़ी तुम्हे माफ नहीं करेगी। मैं हमेशा अमरीकियों को कोसती थी, क्योंकि उनके फ्लोरा और फॉना अफ्रीका से बिलकुल अलग थे। गणित में मरी हालत एलिस एन वंडरलैड जैसी थी। केमिस्ट्री मेरे लिए कई अंग्रेजी अल्फाबेट और अरबी अंकों का मिश्रण थी, लेकिन बायोलॉजी ऐसा विषय था, जो मुझे जिज्ञासु बनाता था। आप २१ वीं सदी के बच्चे है। आपको नौकरी देनेवालों को शायद स्कूल में मिले आपके अंकों से फर्क न पड़े। बल्कि वे ये जानना चाहेंगे कि आप कितने रचनात्मक व सृजनशील है। आप कड़ी मेहनत करने में सक्षम है या नहीं। ईमानदार,अच्छे नागरिक, मुश्किलों का समाधान ढूंढने और टीम का हिस्सा बनने में सक्षम है या नहीं । इसलिए अपने पूरे ज्ञान और क्षमता के साथ आगे बढ़ें। अपनी चिंताओं को खत्म करें। कड़ी मेहनत करें और अपना सर्वश्रेष्ठ दें।
माता-पिता को पत्र
दीवारों के भीतर अपने घर का आपका वह बच्चा आपको देख रहा है और अपके जैसा ही बनना चाहता है। मैं आपसे अपने बच्चे के माध्यम से अपनी आकांक्षाओं को प्राप्त करने का आग्रह नहीं करती। आप अपने बच्चे को सशक्त बनाने का अनुरोध करते हैं, सारे उतार-चढ़ाव और जीवन भर की परेशानियों का सामना करते हैं, ऐसे में हमें अपने बच्चों से हमेशा ऊपर की तरफ रहने की उम्मीद क्यों करनी चाहिए। इसलिए यह सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा आपके रॉक- सॉलिड में वह आत्मविश्वास विकसित करें। जिससे उसे कभी निराश नहीं हो। आपके मजबूत समर्थन के साथ हमें यकीन है कि आपका बच्चा अपनी बोर्ड परीक्षाओं में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा। बच्चे को उसके भविष्य के बारे में तनाव को उसके वर्तमान पर हावी न होने दें। अपने बच्चों को सकारात्मक सोच के साथ आशीर्वाद दें।
हां अध्यक्ष द्वारा बोर्ड परीक्षा में तनाव को लेकर बच्चों व अभिभावकों को पत्र लिखा गया है। उसमें परीक्षा के दौरान बच्चों को तनाव से कैसे मुक्त रहना है। पत्र में अभिभावकों व बच्चों को परीक्षा के दौरान मोटिवेट किया गया है।
जीआर मीणा,प्राचार्य, केन्द्रीय विद्यालय,झालावाड़।

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