19 साल साथ देने वाले बैलों की प्रतिमा लगाएगा किसान
झालावाड़Published: Sep 21, 2018 09:22:16 pm
–हवन व भंडारा भी होगा, कार्ड भी छपवाए
19 साल साथ देने वाले बैलों की प्रतिमा लगाएगा किसान
भवानीमंडी. पंचायत समिति की गुढ़ा पंचायत से लगे मध्यप्रदेश के ढाकनी गांव में किसान परिवार का बैलों के प्रति प्यार व समर्पण देखने को मिला। परिवार ने बैलों की समाधी बनाकर प्रतिमा लगाने का निर्णय लिया है। साथ ही हवन व भण्डारे का आयोजन किया जाएगा। आयोजन में आमंत्रित होने के लिए कार्ड भी छपवाए गए हैं।
ढाकनी निवासी शंकर सिंह ने बताया कि पानडिय़ा व भूरा नाम के बैलों ने उसके परिवार की १९ साल तक सेवा की, इसके बाद बीते पांच सालों से उनसे कोई काम नहीं लिया जा रहा था। कुछ दिन पहले पहले भूरा बैल की मृत्यु हो गई, जिसके बाद १६ सितंबर को दूसरे बैल पानडिय़ा की भी मौत हो गई। जिसके बाद परिवारजनों ने पूरे सम्मान के साथ दोनों बैलों को एक ही जगह दफनाया गया। वहां पर उनकी समाधी बनाई एवं वहां २६ सितंबर को दोनों बैलों की प्रतिमा लगाई जाएगी। इसके बाद हवन शांति कर २७ सितंबर को भण्डारा होगा।
–स्ट्राबेरी की खेती से होगी अधिक आय
झालरापाटन. पंजाब नेशनल बैंक कृषक प्रशिक्षण केन्द्र व आत्मा परियोजना के संयुक्त तत्वावधान में स्ट्राबेरी पर दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया।
उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. आईबी मोर्य ने कहा किसान फल उत्पादन के साथ इनका बेहतर पैकिंग व विपणन कर प्रति बीघा ७ लाख रुपए तक की आय अर्जित कर सकते हैं। डॉ. निर्मल कुमार मीणा ने स्ट्राबेरी की खेती के अनुकूल जलवायु सहित अन्य जानकारी दी। प्रगतिशील किसान बालमुकंद दांगी ने कीट एवं रोग प्रबंधन व फल पकने पर कटाई के बारे में बताया। कृषि प्रशिक्षक शादमा खान, केन्द्र निदेशक संजय शर्मा ने भी जानकारी दी।
–उर्वरक उपयोग की जानकारी दी
नेशनल फर्टीलाइजर्स लिमिटेड के तत्वावधान में किसान सुविधा केन्द्र पर कृषक प्रशिक्षण दिया। मुख्य अतिथि कृषि उपनिदेशक अतिश कुमार शर्मा ने खेती में पौषक तत्वों के बारे में बताया। कृषि वैज्ञानिक डॉ. अर्जुन कुमार वर्मा ने गेहंू की किस्म आदि की जानकारी दी। कंपनी वरिष्ठ विपणन प्रबंधक धर्मपाल झाखड ने उत्पाद व इनके फसलों के अनुसार उपयोग के बारे में बताया। क्षेत्रिय प्रबंधक अविनाश कुमार सरोंजा व अधिकृत विक्रेता बृजेन्द्र मालपानी ने भी विचार व्यक्त किए। मौके पर किसानों को कृषि साहित्य, कृषि बैग वितरित किए।