-कोच नही होने से नही हो रहा उपलब्ध
-जितेंद्र जैकी-
झालावाड़. खेल संकुल स्टेडियम में विशुद्व भारतीय खेल कबड्डी का मैट अभी तक उपलब्ध नही हो पाया है। इसका कारण विभाग की ओर से यह भी बताया गया कि यहां कबड्डी के खिलाड़ी तो बहुत अच्छे है लेकिन प्रशिक्षण के अभाव में कबड्डी के साधन उपलब्ध नही हो पा रहे है। जबकि राज्य के अधिकांश जिलों में कबड्डी का मैट उपलब्ध है। एशियाई खेलों मे कबड्डी को शामिल करने के यह खेल अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुका है। एशियाई खेलों 9 बार भारत की टीम ने स्वर्णपदक जीतकर विजेता होने का गौरव प्राप्त किया है। विदेशों में कबडड़ी मैट पर खेली जाने के बाद अब भारत में भी कई राज्यों के अलावा राजस्थान के अधिकांश जिलों में कबड्डी मैट पर खेली जा रही है। इससे खिलाडिय़ों के ज्यादा चोटिल होने का खतरा नही रहता है।
-फिलहाल मिट्टी में खेलते है खिलाड़ी
खेल संकुल में कहने को तो कबडड़ी का मैदान है लेकिन उसकी स्थिति बहुत बुरी है। जबकि नियम यह है कि मैदान में सबसे पहले डेढ़ से दो फिट जमीन खोदी जाती है। इसके बाद पत्थर के बोल्डर डाले जाते है, इसके बाद ईंटे बिछाई जाकर चूरी व मिट्टी भरी जाती है। इससे मैदान सोफ्ट हो जाता है। लेकिन यहां मैदान में इन समय कटिंली झांडिय़ा नजर आती है।
-मैट पर अन्य खेल भी खेल सकेगें
कबड्डी का मैट उपलब्ध हो जाने के बाद उस मैट पर खो-खो, जिमनास्टिक व अन्य खेल भी खेले जा सकेंगे।
-भविष्य में मैट होना जरुरी
इस सम्बंध में जिला कबड्डी संघ के अध्यक्ष दिनेश सक्सेना ने बताया कि वर्तमान में कबड्डी में विदेशी टीमों से मुकाबला हो रहा है। भविष्य में कबड्डी मात्र मैट पर ही खेली जाएगी। इसके लिए कबड्डी शूज भी जरुरी होता है। जिले में भी कबड्डी की अच्छी टीम है इसलिए महिला व पुरुष खिलाडिय़ों के लिए अलग अलग मैट व अन्य साधन उपलब्ध होना चाहिए। संघ की ओर से भी सरकार का इस ओर ध्यान दिलाने के लिए प्रयास किया जाएगा।
-कोच के अभाव में नही हो पा रहा उपलब्ध
इस सम्बंध में जिला खेल अधिकारी महीपाल ग्रेवाल ने बताया कि जिला मुख्यालय पर अभी कबड्डी का कोच उपलब्ध नही है इसलिए इस खेल के साधन भी उपलब्ध नही हो पा रहे है। खेल संकुल में कबड्डी कोच के लिए सरकार को लिखा है, जैसे ही कोच मिलेगा मेट आदि साधन भी मंगवा लिए जाएगें।