लहसुन में लगा फफूंदी व पीलापन का रोग, किसान परेशान
रटलाई. कस्बे सहित ग्रामीण अंचल के कई गांवों में लहसुन की फसल में रोग लगने से किसान परेशान हैं।
जानकारी के अनुसार लहसुन फसल में खाद, पानी व दवाइयों का छिड़काव करने के बाद भी फफूंदी व पीलापन नहीं जा रहा है। इससे फसल की पैदावर पर असर होने की आशंका है। रटलाई, पाटलिया कुल्मी, रामनिवास, रीझोन, गुराडख़ेड़ा सहित कई स्थानों पर लहसुन में पत्ते पीले पडऩे के साथ ही सडऩ की समस्या सामने आ रही है । पाटलिया कुल्मी निवासी श्यामबाबू पाटीदार ने बताया कि करीब 2-3 बीघा का लहसुन बोया है लेकिन सारसंभाल व देखरेख के बावजूद भी पीला पड़ रहा है। फफूंद लगने से जड़ें भी खराब हो रही है। रीझोन के रामनारायण, रामनिवास के रामगोपाल लोधा, लाल्याखेड़ी निवासी राधेश्याम आदि ने बताया कि कई उपाय के बाद भी पीलापन नहीं जा रहा है।
बकानी के सहायक कृषि अधिकारी ओमप्रकाश गौड़ ने बताया कि लहसुन व प्याज के ऊपर के पत्तों में सफेद मक्खी इनका रस चूस लेती है जिसके कारण इनको खुराक मिलना बंद हो जाती है जिसके चलते जड़ गलन रोग से पीलापन आ रहा है। इसके लिए किसानों को ड्राईफेन एम 45 को 40 ग्राम कार्बन डाईजिन 40 ग्राम,पेस्टी डाईट रोगर 40 एमएल तीनों को पानी के साथ स्प्रे की एक टंकी में मिलाकर 1 बीघा में 6 से 8 टंकी तक छिड़काव करने से इस प्रकार से रोग खत्म हो जाएंगे।