डोडा चूरा नष्ट करने के लिए चार लोगों की समिति बनी होती है। इसमें जिला कलक्टर व जिला पुलिस अधीक्षक का एक-एक प्रतिनिधि होता है। वहीं एक-एक व्यक्ति आबकारी व नारकोटिक्स विभाग का होता है। समिति के सामने कई समस्याएं आई है। इसमें किसान पूरा डोडा चूरा नष्ट करने के लिए नहीं ला रहे थे।
जिले में कुल 1345 किसानों में अभी तक मात्र 606 किसानों का ही डोडा चूरा नष्ट हुआ है। अभी 739 किसानों का नष्ट होना शेष है लेकिन विभाग द्वारा कोई स्पष्ट नियम नहीं होनेे से नष्ट करने की कार्रवाई नहीं हो पा रही है। विभाग ने उच्चाधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा है लेकिन अभी तक कोई स्पष्ट निर्देश नहीं आ पाए है। ऐसे में आबकारी विभाग ने जिले में 13 नव?बर के बाद से नष्ट करने का काम बंद कर दिया है। घरों में रखे डोडा चूरा को निगरानी के लिए भी किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। वहीं तस्करों द्वारा अधिक पैसे देने पर किसान चोरी छुपे डोडा चूरा बेच रहे हैं। जिले में आए दिन अफीम व अन्य तरह की तस्करी के करीब 94 मामले सामने आ चुके है।
केस एक-
14 नवम्बर को जिले के भवानीमंडी क्षेत्र में गुढ़ा पचपहाड़ मार्ग पर पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान एक युवक के कब्जे से 25 किलो डोडा चूरा बरामद किया गया था। पूछताछ में आरोपी ने स्वयं को पंजाब के पटियाला निवासी बताया था।
केस दो-
एक दिसम्बर को जिले के मिश्रोली की तरफ से आ रही एक कार की डिक्की में रखा 66 किलो डोडा चूरा बरामद किया था। इसमें तीन पंजाब, हिसार व सारंगपुर के तीन आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
केस तीन-
जिले में 15 नवम्बर को चौमहला क्षेत्र में सांकरिया फाटक से 5 करोड़ की स्मैक की तस्करी करते हुए पकड़े थे। इस तरह जिले मेंं आए दिन अफीम व डोडा चूरा व अन्य तरह की तस्करी के मामले सामने आ रहे हैं।
स्टेट में कुछ इश्यू चल रहे थे, इसको लेकर काम रोका गया था, आबकारी विभाग ने एक्साइज कमिश्नर को लैटर भी लिखा है। वहां से पता करके ही आगे का कुछ बता पाऊंगा।
सिद्धार्थ सिहाग, जिला कलक्टर, झालावाड़