जिला मुख्यालय पर स्थित Controol Room प्रभारी मनीषा तिवारी ने बताया कि जिले के डग व चौमहला क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए शनिवार को आर्मी के 70 जवानों की टीम कोटा से रेस्क्यू के लिए पहुंची। वहीं, अजमेर से 01-20 सदस्यों की एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू के लिए रवाना हो चुकी थी। जिला बारां से 02-20 एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू के लिए खानपुर पहुंची।
जिले के डग चौमहला में 9 व्यक्तियों को व शहर के धनवाड़ा में करीब डेढ़ दर्जन लोगों को टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला। बाढ़ बचाव व राहत कार्य के लिए NDRF और SDRF की टीम के साथ जिला कलक्टर एवं प्रशासन मौके पर मौजूद रहकर स्थिति पर नजर रखे हुए है।
जिले के बांधों की स्थिति
कंट्रोल रूम के अनुसार शनिवार को जिले के कालीसिंध बांध के 21 गेट 144 मीटर खोलकर 4 लाख 81 हजार 600 क्यूसेक पानी की निकासी की गई।
– वहीं गागरीन बांध पर 1.90 मीटर की चादर चल रही है जिससे 62 हजार 278 क्यूसेक,
– भीमसागर के 4 गेट 4.88 मीटर खोलकर 13 हजार 693 क्यूसेक,
– चंवली बांध पर एक मीटर की चादर से 23 हजार 584 क्यूसेक,
– छापी बांध के 11 गेट 18.50 मीटर खोल कर 52 हजार 405 क्यूसेक
– राजगढ़ बांध के 7 गेट 70 मीटर खोलकर 1 लाख 82 हजार 127 क्यूसेक पानी की निकासी जारी रही।
जिले में बारिश की स्थिति
जिले में शनिवार को कुल 1170 एमएम वर्षा हुई, सबसे अधिकतम वर्षा डग में 224 एमएम हुई। इस दौरान तहसील क्षेत्र के 9 गांव जलमग्र हो गए। जिले में गत वर्ष कुल 902.55 एमएम वर्षा हुई थी। इस वर्ष शनिवार तक कुल 1467.50 एम एम वर्षा हो चुकी व 17.50 एमएम औसत वर्षा हुई।
इस दौरान झालावाड़ में 47, झालरापाटन में 62, असनावर में 55, बकानी में 86, पिड़ावा में 191, पचपहाड़ में 121, गंगधार में 138, डग में 224, अकलेरा में 40, मनोहरथाना में 63, खानपुर में 32 व सुनेल में 111 एमएम वर्षा रिकार्ड की गई।
बाड़मेर के चौमहला क्षेत्र में शनिवार को छोटी कालीसिंध, चंबल, चाचूर्णी, क्षिप्रा सहित अन्य नदियां खतरे के निशान से ऊपर बही। चौमहला के कुण्डला रोड, कोलवी रोड, फाटक बाहर क्षेत्र में तीन से चार फीट पानी बह रहा है। इससे रेल मार्ग पूरी तरह से बंद रहा। वहीं गंगधार उपखण्ड के भी सभी मार्ग अवरुद्ध हैं।