दसवीं में इस तरह होगी रैंकिंग
जिले के सरकारी स्कूलों में कक्षा दसवी बोर्ड परीक्षा में परिणाम 90 फीसदी से अधिक एवं प्रथम श्रेणी में 40 फीसदी से अधिक विद्यार्थी उत्तीर्ण रहने पर स्कूलों को फाइव स्टार रैंकिंग मिलेगी। इसी तरह 90 फीसदी से अधिक एवं प्रथम श्रेणी में 40 प्रतिशत से कम विद्यार्थी होने पर फोर स्टार,60 से 90 प्रतिशत तक परिणाम में प्रथम श्रेणी के 40 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थी उत्तीर्ण होने पर थ्री स्टार, 60 से 90 प्रतिशत परिणाम में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण विद्यार्थियों की संख्या 40 प्रतिशत या कम होने पर टू स्टार एवं बोर्ड परीक्षा परिणाम 60 प्रतिशत से कम होने पर वन स्टार की रैंकिंग मिलेगी।
जिले के सरकारी स्कूलों में कक्षा दसवी बोर्ड परीक्षा में परिणाम 90 फीसदी से अधिक एवं प्रथम श्रेणी में 40 फीसदी से अधिक विद्यार्थी उत्तीर्ण रहने पर स्कूलों को फाइव स्टार रैंकिंग मिलेगी। इसी तरह 90 फीसदी से अधिक एवं प्रथम श्रेणी में 40 प्रतिशत से कम विद्यार्थी होने पर फोर स्टार,60 से 90 प्रतिशत तक परिणाम में प्रथम श्रेणी के 40 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थी उत्तीर्ण होने पर थ्री स्टार, 60 से 90 प्रतिशत परिणाम में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण विद्यार्थियों की संख्या 40 प्रतिशत या कम होने पर टू स्टार एवं बोर्ड परीक्षा परिणाम 60 प्रतिशत से कम होने पर वन स्टार की रैंकिंग मिलेगी।
12वीं में ये रहेगा आधार
बोर्ड परीक्षा का परिणाम 90 फीसदी से अधिक प्रथम श्रेणी में 60 फीसदी से अधिक विद्यार्थी उत्तीर्ण होने पर फाइव स्टार, परिणाम 90 फीसदी से अधिक एवं प्रथम श्रेणी में 60 प्रतिशत से कम विद्यार्थी उत्तीर्ण होने पर फोर स्टार, परिणाम 60 से 90 प्रतिशत तक रहने पर और प्रथम श्रेणी में 60 प्रतिशत से अधिक होने पर थ्री स्टार, परीक्षा परिणाम 60 से 90 प्रतिशत तक एवं प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण विद्यार्थियों की संख्या 60 प्रतिशत या कम होने पर टू स्टार एवं बोर्ड का परीक्षा परिणाम 60 प्रतिशत से कम होने पर वन स्टार की रैंकिंग मिलेगी।
बोर्ड परीक्षा का परिणाम 90 फीसदी से अधिक प्रथम श्रेणी में 60 फीसदी से अधिक विद्यार्थी उत्तीर्ण होने पर फाइव स्टार, परिणाम 90 फीसदी से अधिक एवं प्रथम श्रेणी में 60 प्रतिशत से कम विद्यार्थी उत्तीर्ण होने पर फोर स्टार, परिणाम 60 से 90 प्रतिशत तक रहने पर और प्रथम श्रेणी में 60 प्रतिशत से अधिक होने पर थ्री स्टार, परीक्षा परिणाम 60 से 90 प्रतिशत तक एवं प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण विद्यार्थियों की संख्या 60 प्रतिशत या कम होने पर टू स्टार एवं बोर्ड का परीक्षा परिणाम 60 प्रतिशत से कम होने पर वन स्टार की रैंकिंग मिलेगी।
गतवर्ष निर्धारित मापदंड से कम था परिणाम
झालावाड़ जिले में दसवीं कक्षा में 19 स्कूलों का परीक्षा परिणाम 50 फीसदी से कम रहा था। 12वीं बोर्ड में कला संकाय में 7, वाणिज्य में एक, साइंस में 2 स्कूलों का परीक्षा परिणाम 60 फीसदी से कम रहा था। वहीं प्रदेश में 2019 की उच्च माध्यमिक परीक्षा में 459 स्कूल में से कला संकाय के 370, वाणिज्य के 44, विज्ञान वर्ग के 45 स्कूलों का परिणाम प्रतिशत निर्धारित मापदंडों से कम था। वहीं माध्यमिक परीक्षा में ऐसे विद्यालयों की संख्या 1240 है। प्रदेश में 1699 राजकीय माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों की शैक्षिक गुणवत्ता का स्तर न्यूनतम निर्धारित मापदंडों से भी न्यून स्तर पर रहा था। इन स्कूलों के बारे में संबंधित पर्यवेक्षण अधिकारियों ने सभी विद्यालयों के लिए बकाया समयावधि में बोर्ड परीक्षा परिणाम उन्नयन की विशिष्ट कार्य योजना तैयार करने के निर्देश भी दिए।
झालावाड़ जिले में दसवीं कक्षा में 19 स्कूलों का परीक्षा परिणाम 50 फीसदी से कम रहा था। 12वीं बोर्ड में कला संकाय में 7, वाणिज्य में एक, साइंस में 2 स्कूलों का परीक्षा परिणाम 60 फीसदी से कम रहा था। वहीं प्रदेश में 2019 की उच्च माध्यमिक परीक्षा में 459 स्कूल में से कला संकाय के 370, वाणिज्य के 44, विज्ञान वर्ग के 45 स्कूलों का परिणाम प्रतिशत निर्धारित मापदंडों से कम था। वहीं माध्यमिक परीक्षा में ऐसे विद्यालयों की संख्या 1240 है। प्रदेश में 1699 राजकीय माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों की शैक्षिक गुणवत्ता का स्तर न्यूनतम निर्धारित मापदंडों से भी न्यून स्तर पर रहा था। इन स्कूलों के बारे में संबंधित पर्यवेक्षण अधिकारियों ने सभी विद्यालयों के लिए बकाया समयावधि में बोर्ड परीक्षा परिणाम उन्नयन की विशिष्ट कार्य योजना तैयार करने के निर्देश भी दिए।
इन स्कूलों का रहा था परीक्षा परिणाम कम
जिले में 12वीं कला संकाय में उमावि खानपुर, कुशलपुरा, हरीगढ़, लायफल, मूंडला, देवनगर, ओडियाखेड़ी, विज्ञान संकाय में खारपाकलां, मिश्रोली, वाणिज्य संकाय में असनावर का परीक्षा परिणाम 60 फीसदी से कम रहा था। वहीं 10वीं कक्षा में रामावि बालक झालावाड़, बालिका असनावर, बांसखेड़ी मेवातियान, पिंड़ौला, सलोतिया, ढाबला भोज, रामपुरिया, रौझाना, मंदिरपुर, तिसाई, नूतन डग, बालिका खानपुर, बालक तारज, सोजपुर, कुशलपुर, देवरी चंचल, बांसखेड़ी लौढ़ान, पचौला आदि स्कूलों का परीक्षा परिणाम 50 फीसदी से कम रहा था।
जिले में 12वीं कला संकाय में उमावि खानपुर, कुशलपुरा, हरीगढ़, लायफल, मूंडला, देवनगर, ओडियाखेड़ी, विज्ञान संकाय में खारपाकलां, मिश्रोली, वाणिज्य संकाय में असनावर का परीक्षा परिणाम 60 फीसदी से कम रहा था। वहीं 10वीं कक्षा में रामावि बालक झालावाड़, बालिका असनावर, बांसखेड़ी मेवातियान, पिंड़ौला, सलोतिया, ढाबला भोज, रामपुरिया, रौझाना, मंदिरपुर, तिसाई, नूतन डग, बालिका खानपुर, बालक तारज, सोजपुर, कुशलपुर, देवरी चंचल, बांसखेड़ी लौढ़ान, पचौला आदि स्कूलों का परीक्षा परिणाम 50 फीसदी से कम रहा था।
फैक्ट फाइल
मार्च में होगी परीक्षा
12वीं बोर्ड परीक्षा -5 मार्च
10 वी बोर्ड परीक्षा -12 मार्च
12 वीं में छात्र संख्या- 21929
10 वीं में छात्र संख्या- 15067
शिक्षा विभाग निदेशालय से आदेश मिले हैं। बोर्ड परीक्षा के परिणाम श्रेष्ठ रहे। साथ ही जिले के स्कूलों को अच्छी रैंक मिले। इसके लिए हमने तैयारी की है। सभी संस्था प्रधानों को अतिरिक्त कक्षाएं संचालित करने के लिए कहा गया था, सभी ने कोर्स पूर्ण करवा दिया है। वर्तमान में रिवीजन करवाया जा रहा है। इस बार तीन प्री बोर्ड कक्षाएं होनी है। अधिकारी लगातार बोर्ड कक्षाओं की मॉनिटरि कर रहे हैं।
रवि वशिष्ट, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, झालावाड़।
मार्च में होगी परीक्षा
12वीं बोर्ड परीक्षा -5 मार्च
10 वी बोर्ड परीक्षा -12 मार्च
12 वीं में छात्र संख्या- 21929
10 वीं में छात्र संख्या- 15067
शिक्षा विभाग निदेशालय से आदेश मिले हैं। बोर्ड परीक्षा के परिणाम श्रेष्ठ रहे। साथ ही जिले के स्कूलों को अच्छी रैंक मिले। इसके लिए हमने तैयारी की है। सभी संस्था प्रधानों को अतिरिक्त कक्षाएं संचालित करने के लिए कहा गया था, सभी ने कोर्स पूर्ण करवा दिया है। वर्तमान में रिवीजन करवाया जा रहा है। इस बार तीन प्री बोर्ड कक्षाएं होनी है। अधिकारी लगातार बोर्ड कक्षाओं की मॉनिटरि कर रहे हैं।
रवि वशिष्ट, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, झालावाड़।