Urea crisis in Rajasthan…राजस्थान के इस जिले में पुलिस के पहरे पर बंट रहा यूरिया
झालावाड़Published: Nov 27, 2021 05:06:17 pm
खाद की राशनिंग, नहीं मिल रहा है पर्याप्त खाद
Urea crisis in Rajasthan…राजस्थान के इस जिले में पुलिस के पहरे पर बंट रहा यूरिया
झालावाड़। राजस्थान में डीएपी और यूरिया की भारी किल्ल्त चल रही है। खाद के लिए किसानों को लम्बा इंतजार करना पड़ रहा है। सरकार ने खाद की राशनिंग कर दी है। किसानों को आधार कार्ड पर एक और दो कट्टे ही खाद दिया जा रहा है। कोटा संभाग में सबसे कम खाद का आवंटन झालावाड़ जिले में हुआ है। इस कारण पुलिस की पहरे में खाद का वितरण किया जा रहा है। वही नकली खाद बेचने वालों पर कृषि विभाग कार्रवाई करने में नाकाम रहा है।
डग. कस्बे की लाइसेंसधारी फर्म पर शुक्रवार को लम्बे समय के बाद यूरिया खाद आया। इसकी खबर क्षेत्र में फैलते ही लोगों को जमावड़ा डग-चौमहला मुख्य मार्ग पर अग्रवाल कृषि सेवा केंद्र पर लगा। खाद लेने के लिए पुरुषों के साथ साथ महिलाएं भी अपना चोका चूल्हा छोड़ कतारें में लगी। लोगों की भारी भीड़ को देखते हुए फर्म मालिक प्रदीप अग्रवाल द्वारा पुलिस मौजूदगी में खाद वितरित किया। क्षेत्र में जो यूरिया आया व यूरिया मानों ऊंट के मुंह में जीरे बराबर साबित हुआ। संवाददाता जब मौके पर पहुंचा तो दुकानदार की तरफ से खाद वितरण की कोई उचित व्यवस्था नहीं दिखी। जिधर देखो उधर भीड़ ही भीड़ नजर आ रही थी। खाद के लिए एक ओर उपभोक्ता परेशान होते रहे, वहीं दूसरी ओर दुकानदार भी व्यवस्था को लेकर परेशान दिखाई दिया। मौके पर कुछ लोगों ने बताया कि यूरिया खाद दुकानों पर आता तो जरूर है, लेकिन दुकानदारों द्वारा कुछ ही मात्रा में खाद बांटकर बाकी खाद को ऊंचे दामों पर देर रात्रि को अपने चहेते ग्राहकों को निकाल दिया जाता है जो खाद किल्लत का मुख्य कारण है। फर्म मालिक प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि जो भी खाद हमें प्राप्त होता है, उसका सारा रिकॉर्ड पोस मशीन में दर्ज रहता है। पोस मशीन से ही खाद का वितरण होता है। किसी भी प्रकार की कालाबाजारी की संभावना बिल्कुल नहीं रहती। दुकानदारों का हमेशा प्रयास रहता है कि क्षेत्र के किसानों को बिना किसी परेशानी के उचित मूल्य पर खाद मिल सके। गौरतलब है कि यूरिया खाद की किल्लत को लेकर 24 नवंबर को प्रशासन गांव के संग शिविर हरनावदा में जिला कलक्टर हरिमोहन मीना को किसान संघ जिलाध्यक्ष रामगोपाल व्यास सहित स्थानीय लोगों ने खाद की किल्लत, ऊंचे भाव एवं कालाबाजारी को लेकर जमकर शिकायत की थी। साथ ही कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा समय-समय पर दुकानदारों के गोदाम चैक नहीं करने की भी शिकायत जिला कलक्टर को की थी।