एसआरजी चिकित्सालय में इन दिनों एसडीपी की खासी जरुरत पड़ रही है। ऐसे में कीट की मांग 50 की भेजी जा रही है, आगे से 25 ही कीट दिए जा रहे हैं। ऐसे में अभी 25 ही कीट होने से दो दिन बाद वो भी खत्म हो जाएंगे। जबकि प्रतिदिन एसडीपी करीब 10 को तथा आरडीपी 50-60 मरीजों को चढ़ानी पड़ रही है। ऐसे में कीट का होना बहुत जरुरी है।
स्टाफ की परेशानी,24 घंटे तक कर रहे काम-
एसआरजी चिकित्सालय के ब्लड बैंक में स्टाफ की कमी होने से दो ही कर्मचारी काम कर रहे हैं, ऐसे में उन्हे 24 घंटे तक काम करना पड़ रहा है। यहां 4 अतिरिक्त कर्मचारियों की जरुरत है। ताकि एसडीपी आदि करने में कोई परेशानी नहीं हो। वहीं ब्लड बैंक में समय पर डॉक्टरों के नहीं रहने से मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। बुधवार को भी पत्रिका टीम ने मौके पर जाकर देखा उस समय कोई डॉक्टर मौजूद नहीं मिला। ऐसे में एसआरजी चिकित्सालय प्रशासन को यहां विशेष ध्यान देने की जरुरत है।
30 फीसदी डेंगू के मरीज-
एसआरजी चिकित्सालय व मेडिकल कॉलेज में प्रतिदिन एलाइजा से करीब 400 जांचे डेंगू की हो रही है। जिनमें से करीब 30 फीसदी मरीज डेंगू पॉजिटिव आ रहे हैं।