Jhalawar SRG Hospital.के सहायक प्रोफेसर Dr. Akhilesh Meena डा. अखिलेश मीणा ने समूचे घटनाक्रम में उनकी जुबानी पेश की जा रही है। मंगल सिंह बुधवार को मेरे चैम्बर में आया। बोला - मेरी पत्नी गभर्वती है और एक-दो दिन में प्रसव होने वाला है। डिलेवरी करवानी है। उसे जनाना अस्पताल ले जाने की बात कही तो वह बोला कि प्रसव के दौरान पत्नी व होने वाले बच्चों को मरवाना है। आप कोई इंजेक्शन लगा देना, किसी को शक भी नहीं होगा और वह मर जाएगी। यह शब्द सुनकर मैं सन्न रह गया। मुझे यकायक तो उसकी बातों पर विश्वास ही नहीं हुआ। जब जोर देकर पूछा कि यह तो अपराध है। जेल जाना है क्या..? तो वह गुस्से में तमतमाने लगा और बोला डॉक्टर साब आप को तो यह काम करना है, कितने पैसे लोगे.. यह बताओ। मुझे भी गुस्सा आ गया। मैंने उसे चैम्बर से बाहर जाने के लिए कहा तो वह बोला कि यह काम तुम नहीं करोगे तो मैं दूसरे डॉक्टर से पैसे देकर करवा लूंगा। या मैं ही पत्नी को मार दूंगा। युवक के खौफनाक इरादा देख तत्काल पुलिस को लिखित में सूचना दे दी। महिला और बच्चों की जान बच गई। यह सब ईश्वर की कृपा है।
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जुड़वा बच्चों को जन्म दिया
कोतवाली थानाधिकारी बलबीरसिंह ने बताया कि एसआरजी अस्पताल के सहायक प्रोफेसर डा. अखिलेश मीणा ने प्रार्थना पत्र दिया कि उनके पास पिड़ावा निवासी मंगलसिंह आया था। आरोपी ने कहा कि प्रसव के दौरान पत्नी को जहरीला इंजेक्शन लगा दे, ताकि उसकी पत्नी और नवजात बच्चों की मौत हो जाए। पुलिस ने मामला दर्ज कर पायल के परिजनों को सूचना दी। उन्होंने उसे पिड़ावा अस्पताल में भर्ती करवा दिया, जहां गुरुवार को महिला ने जुड़वां बेटा-बेटी को जन्म दिया। शाम को बेटी की मौत हो गई।
प्रेम विवाह हुआ था
पायल ने मंगल लौहार से छह वर्ष पहले प्रेम विवाह किया था। मंगल की यह दूसरी शादी थी। पहली पत्नी से भी दो बच्चे थे। आए दिन मारपीट से तंग आकर पहली पत्नी ने तलाक दे दिया था। आरोपी पायल से भी मारपीट करता था। आरोपी की पिड़ावा में मोबाइल की दुकान है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान कर दिया है। डॉक्टर से मामले की जानकारी ली जा रही है। सब इस्पेक्टर विष्णु पंकज को जांच सौंपी है। पिड़ावा जाकर महिला के बयान दर्ज किए हैं। बलबीरसिंह थानाधिकारी कोतवाली झालावाड़