यहां तेज गर्मी होने के कारण लोगों को धूप में खड़ा रहना पड़ रहा है। सुबह से लेकर शाम तक यहां से सैंकड़ों यात्री कोटा, सुकेत व रामगंजमंडी जाते हंै। बस स्टेण्ड के बाद शहर में यही एक ठहराव है जहां से लोगों को रोडवेज बस का साधन मिलता है।
इंतजार पड़ रहा भारी उधर, एसआरजी चिकित्सालय के समक्ष झालरापाटन जाने वाले ऑटो व मिनी बसों के लिए इंतजार करने वाले यात्रियों को धूप में खड़े रहकर इंतजार करना भारी पड़ रहा है। यहां एसआरजी चिकित्सालय तथा निर्भय सिंह सर्किल के समक्ष से ही झालरापाटन जाने के लिए आवागमन के साधन मिलते हंै। लेकिन शेड के अभाव में कड़ी धूप में इंतजार करना लोगों के लिए मशक्कत भरा है।
परेशान हो रहे यात्री टीनशेड का अभाव यात्रियों के लिए गर्मी में परीक्षा से भी बदतर साबित हो रहा है। लोगों को इधर-उधर छाया में खड़े रह कर बसों का इंतजार करना पड़ रहा है। लोगों ने बताया कि कई बार यात्रियों के इंतजार के लिए टीनशेड बनाने की मांग जिला प्रशासन से की। लेकिन आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला।
झालावाड़ निवासी महिला सरला खंडेलवाल ने कहा कि हमारे घर से मामा भानेज चौराहा पर स्थित रोडवेज बस का स्टॉपेज नजदीक पड़ता है। इसलिए हम कोटा या आगे जाने के लिए यहीं से बस पकड़ते है,लेकिन यहां यात्रियों के लिए कुछ सुविधा नही है। सरला ने कहा कि सबसे बड़ी समस्या सुविधा के अलावा यहां दुर्घटना का अंदेशा बने रहने की है, क्योकि प्रतिक्षालय के अभाव में यात्री राट्रीय राजमार्ग पर घूम कर समय व्यतीत करते रहते है।
झालावाड़ में अस्पताल चौराहे के निकट बस का इंतजार कर रहे गंाव खोखंदा निवासी मुकेश धाकड़ ने बताया कि अस्पताल में आने वाले मरीजों के साथ बड़ी संख्या मे परिजन आते है और उनका यहां से बाहर जाना जाना लगा रहता है।
अस्पताल के बाहर वाहन मिल जाते है लेकिन यहां खडे रहना भी दूभर होता है। गर्मी में तेज ध्ूाप से बचाव के लिए आसपास खडे ठेले वालों की छांव में समय व्यतीत करने की कोशिश यात्री करते है।
विद्यार्थियों की भी परेशानी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में रोजाना झालरापाटन व दूर कॉलोनियों से कई विद्यार्थी परीक्षाएं देने भी आते हैं। ऐसे में वे शाम को छह बजे व दोपहर 2 बजे पेपर समाप्ति के बाद बसों का इंतजार करते नजर आते है। विद्यार्थियों ने बताया कि शेड लगना आवश्यक है कि ताकि विद्यार्थियों को राहत मिले।