पुलिस के अनुसार शनिवार सुबह बिंदु दह में इरफान व उसकी पत्नी साजिदा के शव मिले। इससे कुछ आगे ही युवक मनीष गुर्जर का शव मिला। पुलिस ने तीनों शवों का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिए। मंडावर थाना अधिकारी महावीर प्रसाद ने बताया कि मोटरसाइकिल पर सवार होकर पुलिया पार करते समय तीनों बह गए थे। इनमें सारोला थाना क्षेत्र के नयागांव बरेड़ी निवासी मनीष गुर्जर (22) पुत्र रामकिशन व बारां जिले के मांगरोल निवासी इरफान व उसकी पत्नी साजिदा शामिल थे। इनके शव तीन दिन बाद नदी से बरामद किए गए।
जियारत करने आया था इरफान बारां जिले के मांगरोल निवासी इरफान अपनी पत्नी सादिका के साथ गागरोन शरीफ दरगाह पर जियारत करने आया था। वह बारां में रहकर टेलरिंग का काम करता था। जब जियारत कर लौट रहे थे तब नदी में तेज बहाव में बाइक पर युवक मनीष के साथ तीनों नदी पार कर रहे थे। इस दौरान अचानक तेज बहाव में बह गए।
48 घंटे से ज्यादा चला सर्च ऑपरेशन सर्च ऑपरेशन 48 घंटे से भी ज्यादा चला। पुलिस ने तीनों की तलाश के लिए ड्रोन कैमरे की भी मदद ली। एसडीआरएफ टीम भी बचाव कार्य में जुटी रही। बचाव कार्य पर जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़, जिला पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर और एसडीएम संतोष मीणा नजर बनाए हुए थे। रेस्क्यू ऑपरेशन में टयूब व एसडीआरएफ टीम के साथ ग्रामीण फरीद मोहम्मद, शफीक मोहम्मद, नासिर देशवाली, इमरान खान समेत अन्यों ने भी अहम भूमिका निभाई। एसडीआरएफ टीम के साथ हैड कांस्टेबल राजेन्द्र सिंह, बृजेन्द्र गुर्जर, चन्द्रेश कुमार, अशोक कुमार कांस्टेबल मंडावर थाना जाप्ता के साथ जिला मुख्यालय से पुलिस सर्च अभियान के दौरान मौजूद रही। शनिवार तीसरे दिन इरफान, साजिदा एवं मनीष गुर्जर तीनों के शव एसडीआरएफ टीम ने नदी से बाहर निकाले।
मनीष को कॉल कर बुलाया था
- बारां जिला मांगरोल निवासी इरफान (34) पुत्र रफीक व उसकी पत्नी साजिदा (32) बाइक पर सवार होकर कोलाना की तरफ से चंगेरी पुलिया पर पहुंचे। उन्हें गागरोन शरीफ पर जियारत करनी थी। उस वक्त नदी की पुलिया पर तेज बहाव था। पुलिया पर मौजूद मनीष ने उस वक्त इन लोगों को बाइक पर बिठा कर गागरोन की तरफ छोड़ दिया। वापसी में नदी पार कराने के लिए मनीष को कॉल कर बुलाया लेकिन इस बार संतुलन बिगड़ने से तीन बाइक सहित नदी में बह गए। प्रत्यक्षदर्शी ईद मोहम्मद ने तीनों को बचाने का प्रयास किया लेकिन वह तेज बहाव में विफल रहा।