खिराजे अकीदत से निकाले ताजिए….
झालावाड़Published: Sep 21, 2018 04:53:20 pm
-‘या अली, या हसनÓ के नारों से गूंजी फिजा
खिराजे अकीदत से निकाले ताजिए….
खिराजे अकीदत से निकाले ताजिए….
-‘या अली, या हसनÓ के नारों से गूंजी फिजा
-जितेंद्र जैकी-
झालावाड़. हजरत इमाम हुसैन की शहादत के मातमी पर्व मोहर्रम पर शुक्रवार को जिले में परम्परागत रुप से ताजिए निकाले गए। इस दौरान बड़ी संख्या में अकीदतमंदो में भाग लिया। इससे पहले गुरुवार रात कत्ल की रात के तहत विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। छबील लगा कर तबर्रुक तकसीम किया गया। जिला मुख्यालय पर सुबह अपने अपने मुकामों पर रखे ताजियों की अकीदतमंदों ने विभिन्न रस्में अदा की। इसके बाद ताजिए अपने मुकाम से उठा कर बड़ा बाजार सीमेंट रोड़ पर एकत्र हुए। यहां बड़ी संख्या में अकीदतमंदों का हुजूम जुटा रहा। बाजार में मेले जैसा माहौल रहा। गागरोन गेट पर भी मैले जैसा माहौल रहा। हालाकि बीच में बारिश आने से कुछ परेशानी का भी सामना करना पड़ा।
-अखाड़े में दिखाए करतब
बड़ा बाजार सीमेंट रोड़ पर डिवाईडर के एक ओर तो हुसैनी अखाड़े की ओर से वहीं दूसरी ओर हैदरी अखाड़े की जानिब से ढोल की थाप पर युवकों, बच्चों व लोगों ने विभिन्न करतब दिखाए। इसमें तलवार बाजी करना, लकड़ी घुमाना व अन्य करतब दिखाए गए। इस दौरान अखाड़े के उस्ताद कलीम भाई व महमूद भाई भी मौजूद रहे।
-बाद नमाज निकले ताजिए
बाद नमाज जौहर के बड़ा बाजार से ढोल व ताशों की मातमी धुन के बीच करीब चालीस ताजिए उठाए गए। इस दौरान बोलारी के व मेहंदी ताजिए भी निकाले गए। सभी ताजिए बड़ा बाजार से रवाना होकर सर्राफा बाजार, चौथमाता मंदिर के सामने, धोकड़े के बालाजी के सामने, गागरोन गेट होकर बाद में कालीसिंध नदी के काला कांकरा स्थित कर्बला दह पहुंचे। यहां ताजिए ठंडे किए गए।
-कत्ल की रात में भी हुए कार्यक्रम
गुरुवार रात इस अवसर पर कत्ल की रात के दौरान नूरानी इमामबाड़ा व अल्लाह की याद का इमामबाड़ा में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। हुसैनी सोसायटी के जिलाध्यक्ष राशीद अली ने बताया कि इस दौरान लंगर भी आयोजित किया गया जिसमें बडी संख्या में अकीदतमंदों मेंं भाग लिया। नमाजे फज्र से पहले विलायती गेट पर नूरानी इमामबाड़ा व अल्लाह की याद के इमामबाडा का मिलन हुआ।