बार-बार चालू बंद होने से करोड़ों का नुकसान – कालीसिंध थर्मल की दोनों यूनिट आए दिन बंद चालू होने से मरम्मत पर करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है। कालीसिंध थर्मल की दो नंबर यूनिट में भी बॉयलटर ट््यूब लीकेज होने से बंद हो गई थी, जिसे शनिवार को 4 बजे चालू किया गया था। इधर रविवार को एक नंबर यूनिट बंद हो गई। बार-बार चालू बंद होने से मैनपावर सहित कई संसाधन का प्रयोग किया जाता है।
विद्युत उत्पादन होगा प्रभावित- कालीसिंध थर्मल के एक नंबर यूनिट के बंद होने से एक करोड़ 44 लाख यूनिट प्रतिदिन का नुकसान होगा। ऐसे में विद्युत उत्पादन आधा ही रह गया है। जबकि दोनों यूनिट बराबर चलती है तो कालीसिंध थर्मल से दो करोड़ 88 लाख यूनिट प्रतिदिन विद्युत उत्पादन होता है।
इसलिए आ रही दिक्कत- वहीं सूत्रों का कहना है कि कालीसिंध थर्मल की बॉयलर ट्यूब बहुत पुरानी हो चुकी है। जिसे बदलने की जरुरत है। ट्यूब पुरानी होने से बार-बार लीकेज हो रहा है। ऐसे में हर कभी कोई सी भी यूनिट बंद हो जाती है। ऐसे में रबी सीजन में थर्मल के बार-बार बंद चालू होने से विद्युत उत्पादन प्रभावित होने से किसानों को भी पर्याप्त बिजली नहीं मिल पाती है। जबकि गत दिनों सीएमडी ने थर्मल अधिकारियों की बैठक लेकर निर्बाध बिजली उत्पादन के निर्देश दिए थे।
रख-रखाव समय पर कर पूरे समय विद्युत उत्पादन के निर्देश बैठक में दिए थे। एक दिन में चालू हो जाएगी- एक नंबर यूनिट का 25 दिन का शटडाउन लिया था। बॉयलर ट्यूब में कोई तकनीकी खराबी आई है। खुलने के बाद ही पता चलेगा कि कहां-क्या दिक्कत आ रही है। उम्मीद है एक दिन बाद वापस चालू हो जाएगी।
वीरेन्द्र कुमार, चीफ इंजीनियर, कालीसिंध थर्मल,झालावाड़।