कृषि विभाग को दे सूचना
जिले में टिड्डी दल का प्रवेश जिले के भिलवाड़ा गांव में 21 मई को झाला कृषि फार्म पर शाम छह बजे के आसपास देखा गया। वहां पर किसानों ने पटाखे, थाली, टैक्टर का हॉर्न बजाकर इसकी ध्वनि के कारण टिड्डी दल कालीसिंध थर्मल पॉवर प्लान्ट परिसर में प्रवेश कर गया। इस पर कृषि विभाग एवं कालींिसंध थर्मल पॉवर प्लांट की अग्निशमन टीम ने लगभग 100 हैक्टेयर क्षेत्र में कीटनाशी रसायनों के छिड़काव से टिड्डी को नियंत्रित किया गया। दल पर रात 10 बजे सुबह 9 बजे तक कीटनाशी दवाओं का स्प्रे 2 अग्निशामक यंत्रों व टैक्ट्रर चलित स्प्रेयर द्वारा किया गया। जिसमें लगभग 50 प्रतिशत टिड्डियां मर गई। इसके बाद शेष दल चन्दलोई, रीछवा की और उड़ता दिखाई दिया। टिड्डी दल का आकार लगभग 2 किमी लम्बा व 1 किमी चौड़ा था। टिड्डी नियंत्रण दल में कृषि विभाग के उप निदेशक कैलाशचन्द मीणा, पुष्पेन्द्र खींची,भूपेन्द्र सिंह, मोना राठौर, सुनिता राठौर, महेन्द्र शर्मा, कमलकांत पालीवाल शामिल थे।
जिले में टिड्डी दल का प्रवेश जिले के भिलवाड़ा गांव में 21 मई को झाला कृषि फार्म पर शाम छह बजे के आसपास देखा गया। वहां पर किसानों ने पटाखे, थाली, टैक्टर का हॉर्न बजाकर इसकी ध्वनि के कारण टिड्डी दल कालीसिंध थर्मल पॉवर प्लान्ट परिसर में प्रवेश कर गया। इस पर कृषि विभाग एवं कालींिसंध थर्मल पॉवर प्लांट की अग्निशमन टीम ने लगभग 100 हैक्टेयर क्षेत्र में कीटनाशी रसायनों के छिड़काव से टिड्डी को नियंत्रित किया गया। दल पर रात 10 बजे सुबह 9 बजे तक कीटनाशी दवाओं का स्प्रे 2 अग्निशामक यंत्रों व टैक्ट्रर चलित स्प्रेयर द्वारा किया गया। जिसमें लगभग 50 प्रतिशत टिड्डियां मर गई। इसके बाद शेष दल चन्दलोई, रीछवा की और उड़ता दिखाई दिया। टिड्डी दल का आकार लगभग 2 किमी लम्बा व 1 किमी चौड़ा था। टिड्डी नियंत्रण दल में कृषि विभाग के उप निदेशक कैलाशचन्द मीणा, पुष्पेन्द्र खींची,भूपेन्द्र सिंह, मोना राठौर, सुनिता राठौर, महेन्द्र शर्मा, कमलकांत पालीवाल शामिल थे।
बनाया कंट्रोल रूम
जिले में टिड्डी रोकथाम के लिए कंट्रोल बनाया गया है। जिले में कंही भी टिड्डीदल नजर आता है तो किसान 07432- 232345 पर फोन कर सूचना दे सकते हैं। उप निदेशक कृषि विस्तार कैलाशचन्द मीणा ने सभी किसानों से अपील कि शाम के समय यदि बगीचों, खेतों में टिड्डियां नजर आती है तो तुरंत कंट्रोल पर या अपने निकट कृषि अधिकारी या कृषि सुपरवाइजर को फोन कर सूचना दें।
जिले में टिड्डी रोकथाम के लिए कंट्रोल बनाया गया है। जिले में कंही भी टिड्डीदल नजर आता है तो किसान 07432- 232345 पर फोन कर सूचना दे सकते हैं। उप निदेशक कृषि विस्तार कैलाशचन्द मीणा ने सभी किसानों से अपील कि शाम के समय यदि बगीचों, खेतों में टिड्डियां नजर आती है तो तुरंत कंट्रोल पर या अपने निकट कृषि अधिकारी या कृषि सुपरवाइजर को फोन कर सूचना दें।
फसलों पर बोल रहा टिड्डी दल हमला
रटलाई/रीछवा. क्षेत्र के कई गांवों में शुक्रवार को टिड्डियों के दल ने दस्तक दे दी। शुक्रवार को दोपहर के समय हवा में उड़ते हुए आए टिड्डियों के दलों ने जायद की फसलों को नष्ट करना शुरू कर दिया है। क्षेत्र के दीवड़ी, खातीखेड़ा, सूरी, पांडकी, राजपुरा, निपानिया गुजरान, गाड़ागांव व अन्य गांवों में टिड्डियों ने फसलों में हमला बोल दिया। गाड़ागांव के किसान हंसराज मीणा, राकेश मीणा, गोविंद, आकाश, मुकेश ने बताया कि खेतों में माक्का, सूड़, धनी व जायद की फसलों के पत्तों को खा रही हैं। शाम होते होते टिड्डियों का दल गांवों की आबादी क्षेत्र में भी प्रवेश कर गया। इससे ग्रामीणों में भय है। निपानिया गुजरान के किसान भैरूलाल गुर्जर, रामबाबू गुर्जर, धर्मराज व अन्य ने बताया कि थालियां बजाकर टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया, लेकिन झुण्ड बढ़ते गए। भोजराज गुर्जर ने बताया कि किसानों ने प्रशासन के अधिकारियों को समय पर सूचना दे दी है, लेकिन शाम तक कोई भी अधिकारी मुआयना करने गांवों में नहीं पहुंचा।
रटलाई/रीछवा. क्षेत्र के कई गांवों में शुक्रवार को टिड्डियों के दल ने दस्तक दे दी। शुक्रवार को दोपहर के समय हवा में उड़ते हुए आए टिड्डियों के दलों ने जायद की फसलों को नष्ट करना शुरू कर दिया है। क्षेत्र के दीवड़ी, खातीखेड़ा, सूरी, पांडकी, राजपुरा, निपानिया गुजरान, गाड़ागांव व अन्य गांवों में टिड्डियों ने फसलों में हमला बोल दिया। गाड़ागांव के किसान हंसराज मीणा, राकेश मीणा, गोविंद, आकाश, मुकेश ने बताया कि खेतों में माक्का, सूड़, धनी व जायद की फसलों के पत्तों को खा रही हैं। शाम होते होते टिड्डियों का दल गांवों की आबादी क्षेत्र में भी प्रवेश कर गया। इससे ग्रामीणों में भय है। निपानिया गुजरान के किसान भैरूलाल गुर्जर, रामबाबू गुर्जर, धर्मराज व अन्य ने बताया कि थालियां बजाकर टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया, लेकिन झुण्ड बढ़ते गए। भोजराज गुर्जर ने बताया कि किसानों ने प्रशासन के अधिकारियों को समय पर सूचना दे दी है, लेकिन शाम तक कोई भी अधिकारी मुआयना करने गांवों में नहीं पहुंचा।