संक्रांति का वाहन भैंसा है तथा उपवाहन ऊंट है। इसके प्रभाव आदिवासियों, अल्पसं?यक वर्ग, गरीबों के लिए शुभ रहेंगे। धार्मिक गुरुओं, विद्वान, शिक्षकों, सुरक्षाकर्मियों के लिए कष्टकारी हो सकता है। राजस्थान, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आन्धप्रदेश में संक्रांति की दृष्टि होने से प्राकृतिक आपदा व राजनीतिक परिवर्तन के योग बनेंगे।
सोना, चांदी, वाहन, इलेक्ट्रॅानिक आइटम, दवाइयंा, शेयर बाजार में तेजी रहेगी। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से संक्रंाति के बाद मौसम चक्र में भी बदलाव शुरू होगा। सूर्य के एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश को संक्रांति कहते हैं। इसमें धनु राशि से सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य की 12 संक्रांति होती है और मकर संक्रांति का सर्वाधिक महत्व है। इस दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण में प्रवेश करते है।
मेष : रूके हुए कार्य बनेंगे
वृषभ : संघर्ष का सामना करना पड़ेगा।
मिथुन : मंागलिक कार्य के योग बनेंगे।
कर्क : धन व मान सम्मान में वृद्धि।
सिंह : भवन-भूमि का लाभ होगा।
कन्या : स्थान परिर्वतन के योग बनेेंगे।
तुला : नया कारोबार करेंगे, शत्रु पर विजय मिलेगी।
वृश्चिक : उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे।
धनु : प्रॉपर्टी, परिवार में धन खर्च।
मकर : मानसिक अंशाति बनी रहेगी।
कुभ : मंागलिक कार्य में धन खर्च।
मीन : प्रमोशन, धन लाभ के योग।
झालावाड़. पिड़ावा के सुल्तानपुर गांव निवासी एक बालक को पतंग उढाते समय छत से गिरने के कारण घायल अवस्था में उपचार के लिए शनिवार को एसआरजी चिकित्सालय में भर्ती कराया। पुलिस के अनुसार अल्फेज (10) पुत्र अशरफ शनिवार दोपहर में छत पर पतंग उढ़ा रहा था। इसी बीच गिर जाने के कारण वो घायल हो गया। उसे उपचार के लिए एसआरजी चिकित्सालय में लाए।