इस पर पुलिस ने डग बस स्टैण्ड से शुक्रवार को मोंटू जायसवाल के पास देशी कट्टा, तीन कारतूस व गोविन्द मेघवाल के पास से देशी कट्टा मय चार कारतूस, देशी पिस्टल व दो मेग्जीन समेत 10 कारतूस बरामद कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया। तीसरा आरोपी शेरू खान अभी भी फरार है।
बदमाश आगे, पुलिस पीछे थानाधिकारी महेश मीणा ने बताया की जहां-जहां तीनों बदमाश फरारी काटने के लिए पहुंचे, पुलिस भी वहां पीछा करते हुए पहुंची, लेकिन इससे पहले ही वे भाग जाते। पुलिस की सर्तकर्ता के चलते तीनों बदमाश किसी अन्य वारदात में सफल नहीं हो पाए।
कई प्रदेशों में काटी फरारी पुलिस उपाधीक्षक राजेश ने बताया की वारदात के बाद मोंटू गिरफ्तारी से बचने के लिए दोनों साथी गोविन्द मेघवाल व शेरू खान को साथ लेकर घुम रहा था। इस दौरान तीनों ने भवानीमंडी से भागकर गुजरात के अहमदाबाद, मध्यप्रदेश के रतलाम, उत्तरप्रदेश के अयोध्या, राजस्थान के जयपुर, भीलवाड़ा, अजमेर आदि स्थानों पर फरारी काटी।
बदमाशों पर इनाम था घोषित बदमाशों की गिरफ्तारी को लेकर कोटा रेंज आईजी विकास पाण्डे ने 10 हजार रुपए व जिला पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने 5 हजार रुपए के इनाम घोषित कर रखा था।
इसलिए दिया वारदात को अंजाम थानाधिकारी ने बताया आरोपी मोंटू ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया की पूर्व पालिका अध्यक्ष रामलाल गुर्जर द्वारा उसके जवाहर कॉलोनी स्थिति कब्जाशुदा प्लॉट व कृषि उपज मंडी के सामने उसके ढाबे को बंद कराने पर वह नाराज था। वहीं दूसरी ओर उसके पुश्तैनी मकान को रामलाल गुर्जर के रिश्तेदार अशोक गुर्जर ने खरीद लिया था इसके कब्जे को लेकर उसने रामलाल गुर्जर को मारने को लेकर उसकी रैकी कर गोविन्द मेघवाल व शेरू खान को भवानीमंडी बुलाया। 23 मार्च को उसकी कार के पीछे छुपकर उसके आते ही फायरिंग कर दी।
टीम को किया जाएगा सम्मानित जिला पुलिस अधीक्ष राममूति जोशी ने बताया की पूर्व पालिका अध्यक्ष रामलाल गुर्जर पर फायरिंग की वारदात का खुलासा कर आरोपियों की गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम को सम्मानित किया जाएगा। टीम में पुलिस उपाधीक्षक राजेश मेश्राम, सीआई महेश कुमार मीणा, सहायक उपनिरिक्षक मोहन लाल, हैड कांस्टेबल साइबर सेल राजेश शर्मा, अशोक कुमार, दिपेन्द्र सिंह, धमेन्द्र कुमार, राजकुमार, साहिब सिंह, सतीश कुमार, बनवारी लाल थे।