भीषण गर्मी से बचने के लिए अस्पताल में लगे कूलर पर्याप्त नहीं है। ऐसे में रोगी गर्मी से निजात पाने के लिए घर से कूलर लाकर गर्मी से राहत पाने का जतन करने में लगे हुए है। जेएसवाई वार्ड सबसे ऊपर है, यहां पर्याप्त कूलर लगे हुए है, लेकिन कूलरों में 12.30 बजे तक भी पानी नहीं भरा गया था, ऐसे में प्रसूताओं को पंखे के सहारे से रहना पड़ रहा है, जब कूलर में पानी नहीं होने का कारण पता किया तो बताया कि यहां पानी भरने वाले स्टाफ की कमी है, दो ही बाईजी होने से वह फाइले ऊपर नीचे लाने ले जाने में ही रहती है। इसलिए कूलर नहीं भरे जा रहे है, ऐसे में एक मरीज के परिजनों ने गर्मी से राहत पाने के लिए घर से लाकर कूलर लगाया है।
जनाना चिकित्सालय में प्रसूता संगीता ने बताया कि कूलर नहीं चल रहे है इससे गर्मी तो लग रही है, पंखे से राहत नहीं मिल पा रही है। ऐसे में गर्मी व चिपचिपाहट से परेशान हैं। यहां दो कूलर चालू मिले, दो खराब है शेष में पानी नहीं मिला। शिशु रोग यूनिट ए में कूलर तो पर्याप्त लगे हुए है, लेकिन यहां भी कूलरों में पानी नहीं होने से गर्म हवा फैंक रहे हैं।
पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में भी एसी खराब-
जनाना चिकित्सालय के पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में एक कक्ष में तीन एसी लगे हुए है इनमें से एक खराब है, शेष दो चालू है, लेकिन वह भी कूलर के बराबर भी हवा नहीं दे रहे है, महिला मरीजों ने बताया कि इस भीषण गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही है, दोपहर के समय तो भीषण गर्मी होती है। वहीं पास के वार्ड में दो एसी है उसमें से एक खराब है, ऐसे में यहां भी गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही है। जनाना चिकित्सालय में 80 में से अभी कई कूलर खराब पड़े हुए है, लेकिन पारा 46 डिग्री पहुंचने के बाद भी अधिकारियों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है।
अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान-
कई कूलर खराब है, जो चल रहे है उनमें पानी नहीं है, ऐसे में इतनी भीषण गर्मी में राहत नहीं मिल पा रही है। इस ओर अस्पताल वालों को ध्यान देना चाहिए।
नाजमा प्रसूता, जनाना चिकित्सालय, झालावाड़।
सही करवा देंगे-
पांच एसी खराब थे, सही करवा दिए थे, फिर खराब हो गए तो सही करवाने के लिए बोलता हूं। कूलर सही करवा दिए थे, कुछ खराब है, तो सही करवा दिए जाएंगे। कूलर भरने के लिए प्रत्येक वार्ड में एक-एक व्यक्ति की ड्यूटी लगाई जाएगी। कर्मचारियों की कमी तो है ही।
डॉ. दीपक गुप्ता, अधीक्षक जनाना चिकित्सालय, झालावाड़।