आदेश के अनुसार क्षेत्रीय जिला व राज्य स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता और राष्ट्रीय स्तरीय प्रशिक्षण शिविरों में भाग लेने वाले खिलाडिय़ों को प्रतिदिन150 रुपए के हिसाब से अब रोजाना खुराब भत्ता दिया जाएगा। पहले यह भत्ता 100 रुपए प्रति खिलाड़ी दिया जाता था। वहीं जिला व राज्य स्तरीयप्रतियोगिता में शामिलहोने वाले खिलाडिय़ों को गणवेश भत्ते में ढ़ाई सौ रुपए की बढ़ोतरी की गईहै। अब खिलाडिय़ों की 750 की जगह गणवेश के लिए एक हजार रुपए तक खर्च किए जा सकेंगे। इसमें 500 रुपए विद्यार्थी वहन करेंगे तथा शेष 500 रुपए छात्र कोष से खर्च किए जा सकेंगे। खिेल प्रशिक्षकों की माने तो विद्यार्थियों के खेलकूद सहित अन्य गतिविधियों में करीब 8 साल बाद भत्तों में बढ़ोतरी की गईहै।
खिलाडिय़ों का बढ़ेगा मनोबल-
शिक्षा विभाग की ओर से खिलाडिय़ों का भत्ता बढ़ाने के पीछे मानना है कि इससे खिलाडिय़ों का मनोबल बढ़ेगा।साथ ही विभिन्न खेलों में खिलाडिय़ों के प्रदर्शन में सुधार देखने को मिलेगा। इससे जिले से अन्तरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार होंगे। जो जिले व प्रदेश का नाम देश में रोशन करेंगे। सित?बर माह से जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताएं शुरू होगी। इनमें खिलाडिय़ों को राहत मिले सकेंगी।
शिक्षा विभाग की ओर से खिलाडिय़ों का भत्ता बढ़ाने के पीछे मानना है कि इससे खिलाडिय़ों का मनोबल बढ़ेगा।साथ ही विभिन्न खेलों में खिलाडिय़ों के प्रदर्शन में सुधार देखने को मिलेगा। इससे जिले से अन्तरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार होंगे। जो जिले व प्रदेश का नाम देश में रोशन करेंगे। सित?बर माह से जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताएं शुरू होगी। इनमें खिलाडिय़ों को राहत मिले सकेंगी।
राष्ट्रीय स्तर पर जाने वाले खिलाडिय़ों को ज्यादा सुविधा-
हाल में शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए आदेश में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाडिय़ों एवं विद्यार्थियों को प्रतियोगिता व यात्रा अवधि के दौरानखुराक ?ात्ते भी बढ़ाए गए है।उन्हें दैनिक भत्ते के रुप में 200 की जगह अब 250 रुपए प्रति दिन के हिसाब से दिए जाएंगे। राष्ट्रीय स्तर पर जाने वाली टीम के भत्ते में भी बढ़ोतरी की गईहै। अब इनकों एक हजार पांच सौ रुपए मिलेंगे। पहले एक हजार रुपए मिलते थे, इसी तरह प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में एजीएफआई की ओर से खिलाडिय़ों के होने वाले पंजीयन मेें बढ़ोतरी की गईहै। इसमें खिलाडिय़ों को पहले 130 रुपए देने होते थे,जिसे बढ़ाकर अब 200 रुपए कर दिया गया है।
ऐसे मिलेगा अब
पूर्व में अब
जिलास्तर पर डाइट 100 150
राज्य स्तर पर गणवेश 750 1000
राष्ट्रीय प्रतियोगिता 200 250
राष्ट्रीय खिलाड़ी गणवेश 1000 1500
पंजीकरण 130 200
17 सौ स्कूल पीटीआई मात्र 422-
जिले में माध्यमि व प्रार?िभक शिक्षा विभाग के करीब 1700 से अधिक स्कूल है। लेकिन शारीरिक शिक्षक 422 स्कूलों में ही है, ऐसे में विद्यार्थियों को खेलों की जानकारी भी सही से नहीं मिल पाती है। जिले के सैंकड़ों स्कूलों में पीटीआई के पद खाली चल रही है। ऐसे में स्कूलों में योग,?ोलकूद सहित अन्य गतिविधियों पीटीआई के अभाव में नहीं हो पा रही है।
थोड़ा और बढऩा चाहिए था-
पूर्व में अब
जिलास्तर पर डाइट 100 150
राज्य स्तर पर गणवेश 750 1000
राष्ट्रीय प्रतियोगिता 200 250
राष्ट्रीय खिलाड़ी गणवेश 1000 1500
पंजीकरण 130 200
17 सौ स्कूल पीटीआई मात्र 422-
जिले में माध्यमि व प्रार?िभक शिक्षा विभाग के करीब 1700 से अधिक स्कूल है। लेकिन शारीरिक शिक्षक 422 स्कूलों में ही है, ऐसे में विद्यार्थियों को खेलों की जानकारी भी सही से नहीं मिल पाती है। जिले के सैंकड़ों स्कूलों में पीटीआई के पद खाली चल रही है। ऐसे में स्कूलों में योग,?ोलकूद सहित अन्य गतिविधियों पीटीआई के अभाव में नहीं हो पा रही है।
थोड़ा और बढऩा चाहिए था-
राजकीय स्कूलों में अध्ययन करनेवाले खिलाडिय़ों के लिए पहले बहुत कम डाइट भत्ता दिया जाता था, लेकिन अब 150 रुपए कर दिया है। इससे खिलाडिय़ों को कुछ राहत मिलेंगी। लेकिन ऑपन गे?स की तरह बढ़ाकर 300 रुपए तक किया जाना चाहिए था।
वैभव विश्वकर्मा, सॉफ्टबॉल नेशनल खिलाड़ी,झालावाड़।
प्राम्भिक शिक्षा विभाग के खिलाडिय़ों के लिए भी डाइट भत्ते में वृद्धि की जानी चाहिए थी, ये माध्यमिक शिक्षा विभाग के विद्यार्थियों के लिए ही की गईहै। कई सरकारी स्कूलों में पीटीआई के कई पद रिक्त है, बिना पीटीआई के स्कूलों में योग, खेल सहित अन्य गतिविधियां नहीं हो पाती है। खेल से बच्चों का शारीरिक, मानसिक व बौद्धिक विकास होता है।
अलीम बेग, जिलाध्यक्ष पीटीआई संघ,झालावाड़
शिक्षा विभाग ने भत्ता बढ़ाकर खिलाडिय़ों को कुछ राहत देने का काम कियाहै, लेकिनऑपन गेम्स में ही डाइट भत्ता 300 रुपए दिया जाता है। उस हिसाब से कम है। खिलाड़ी अपना पूरा दे पाए इसके लिए उसे सरकार पूरी सुविधाएं मुहैया करवाएं।
दिनेश सक्सेना, जिलाध्यक्ष ओल?िपक संघ,झालावाड़।
हाल ही में सरकार द्वारा विद्यालयों में अध्ययन करने वालेे खिलाडिय़ों के लिए खेल के दौरान दिए जाने वाले डाइट भत्तो मेेंं वृद्धि की है।
ओमप्रकाश चौधरी, एडीईओ, झालावाड़।
वैभव विश्वकर्मा, सॉफ्टबॉल नेशनल खिलाड़ी,झालावाड़।
प्राम्भिक शिक्षा विभाग के खिलाडिय़ों के लिए भी डाइट भत्ते में वृद्धि की जानी चाहिए थी, ये माध्यमिक शिक्षा विभाग के विद्यार्थियों के लिए ही की गईहै। कई सरकारी स्कूलों में पीटीआई के कई पद रिक्त है, बिना पीटीआई के स्कूलों में योग, खेल सहित अन्य गतिविधियां नहीं हो पाती है। खेल से बच्चों का शारीरिक, मानसिक व बौद्धिक विकास होता है।
अलीम बेग, जिलाध्यक्ष पीटीआई संघ,झालावाड़
शिक्षा विभाग ने भत्ता बढ़ाकर खिलाडिय़ों को कुछ राहत देने का काम कियाहै, लेकिनऑपन गेम्स में ही डाइट भत्ता 300 रुपए दिया जाता है। उस हिसाब से कम है। खिलाड़ी अपना पूरा दे पाए इसके लिए उसे सरकार पूरी सुविधाएं मुहैया करवाएं।
दिनेश सक्सेना, जिलाध्यक्ष ओल?िपक संघ,झालावाड़।
हाल ही में सरकार द्वारा विद्यालयों में अध्ययन करने वालेे खिलाडिय़ों के लिए खेल के दौरान दिए जाने वाले डाइट भत्तो मेेंं वृद्धि की है।
ओमप्रकाश चौधरी, एडीईओ, झालावाड़।