झालावाड़

तीन दिन से राहत, भर्ती मरीजों की संख्या में आ रही कमी, लेकिन खतरा बरकरार

 
– छह दिन में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की कोरोना से मौत
 
 

झालावाड़May 21, 2021 / 09:18 pm

harisingh gurjar

तीन दिन से राहत, भर्ती मरीजों की संख्या में आ रही कमी, लेकिन खतरा बरकरार

झालावाड़. जिले में कोरोना संक्रमण को लेकर राहत भरी खबर है,लेकिन अभी खतरा बरकरार है। एसआरजी चिकित्सालय में तीन दिन से भर्ती मरीजों की संख्या में लगातार कमी आती जा रही है। शुक्रवार को करीब 250मरीज भर्ती रहे, वहीं इमरजेंसी में भी राहत नजर आई। हालांकि अभी ऑक्सीजन पर करीब 150 मरीज है। जिलेभर में करीब 4 हजार से अधिक एक्टीव केस है। ऐसे में कोई भी व्यक्ति कहीं भी संक्रमित हो सकता है। लोगों को अभी पूरे महीने सावधानी रखने की जरूरत है। जब तक की जिले से कोरोना की चैन नहीं टूट जाती है या जिला कोरोना मुक्त नहीं हो जाता है। जानकारों का कहना है जिले में लॉकडाउन व लोगों द्वारा कोरोना के प्रति अधिक सर्तकर्ता दिखाने से संक्रमण दर में कमी आ रही है। अभी संक्रमण की रोकथाम के लिए 15 जून तक लोगों को ऐसा ही व्यवहार करना होगा, तब कुछ संक्रमण में कमी आ सकती है।
ये है भर्ती मरीजों की स्थिति-
एसआरजी चिकित्साल में शुक्रवार को करीब 250 कोरोना मरीज भर्ती थे, जिसमेें से 50 आईसीयू में, ऑक्सीजन पर करीब 150, वेंटीलेटर पर 27 वहीं सैलेटाइट कोविड सेंटर पर कुल 49 मरीज भर्ती है जिसमें से 28 ऑक्सीजन पर तथा 7 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर पर है। जिले में तीन दिन से भर्ती मरीजों की संख्या में कमी आ रही है।

फिर आए 146 पॉजिटिव-
मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को 657 सैंपल की जांच आई जिसमें 146 कोरोना पॉजिटिव आए। वहीं गुरूवार को 552 सैंपल की जांच में 81 पॉजिटिव आए थे। जिले में कुल संक्रमितों की संख्या 16974 तक पहुंच गई है। वहीं रिकवर12438 हो चुके हैं। जिले में अभी भी 4353 एक्टीव केस है। जिले में अभी तक 183 लोगों की कोरोना से डेथ हो चुकी है।
ऐसे कम हो रहे केस
तिथि सैंपल पॉजिटिव मौत
13 1264 342 5
14 862 219 2
15 1072 206 12
16 1145 211 6
17 645 112 9
18 960 154 5
19 1008 176 6
20 552 81 3
21 657 146 1
छह दिन में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत-
शहर के जामुनिया निवासी एक ढाबा व्यवसायी पर कोरोना ने कहर ढहा दिया है। छह दिन में परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई है, जिसमें माता-पिता सहित 32 वर्षीय जवान पुत्र की भी कोरोना से मौत हो गई है। गौरतलब है कि शहर के जामुनिया में ढाबा चलाने वाले वाले 78 वर्षीय सरदार सुरेन्द्रसिंह का पूरा परिवार 10 -11 मई को संक्रमित हुआ था। इस पर सुरेन्द्र सिंह व उनकी पत्नी दर्शन कौर(70) व दोनों पुत्रों को सैटेलाइट चिकित्सालय में भर्ती करवाया था, जहां से तबियत ज्यादा खराब होने पर एसआरजी चिकित्सालय में भर्ती करवाया। इसके बाद 15 मई को एसआरजी चिकित्सालय में सुरेन्द्रसिंह की इलाज के दौरान मौत हो गई, वहीं 19 मई को उनकी पत्नी दर्शन कौर की तथा 21 मई को दोपहर में उनके पुत्र गगनदीपसिंह(32) के फेफड़ों में अधिक संक्रमण होने से मौत होगई, हालांकि गगनदीप की आरटीपीसीआर रिपोर्ट नेगेटिव आ गई थी। अब सरदार सुरेन्द्रसिंह के परिवार में बड़ा पुत्र व एक पुत्री ही बचे हैं।
चेन तोडऩा जरूरी है-
लॉकडाउन का असर ही है कि जिले में कोरोना संक्रमण कम हो रहा है। भर्ती मरीजों की संख्या में भी कमी आ रही है, लेकिन लोगों को अभी पूरी सावधानी रखनी होगी। चेन तोडऩे के लिए जून तक लॉकडाउन जैसा व्यवहार करना होगा।
डॉ.राजन नंदा, सैटेलाइट कोविड
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