weather update….भारी बारिश के बाद इस संभाग में मिली राहत, एनएच 52 पर जाम खुला, आवागमन शुरू
झालावाड़Published: Aug 13, 2022 12:38:35 pm
बांधों में पानी की आवक जारी, गेट खोलकर की जा रही निकासी
weather update….भारी बारिश के बाद इस संभाग में मिली राहत, एनएच 52 पर जाम खुला, आवागमन शुरू
झालावाड़. कोटा संभाग में भारी बारिश के बाद शनिवार को मौसम खुला गया है। हालांकि बादल छाए हुए हैं। हल्की बारिश हो रही है। एनएच 52 पर जाम खुल गया है। कोटा जिले के दरा में वाहनों की आवाजाही सुचारू हो गई है। उधर मौसम विभाग की ओर से शनिवार को भी एक दर्जन से अधिक जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
झालावाड़ जिले में गुरुवार रात को शुरू हुआ बारिश का दौर शुक्रवार को दिनभर जारी रहा। कभी मूसलाधार तो कभी रिमझिम। राष्ट्रीय राजमार्ग 52 पर शुक्रवार रात को ही दरा की नाल के पास अमझार नाला ओवरफ्लो हो गया। राजमार्ग पर तीन से चार फीट पानी आ गया। इस कारण गुरुवार रात 2 बजे से शुक्रवार दोपहर 2 बजे तक इस राजमार्ग पर आवागमन ठप रहा। उधर परवन नदी उफान पर आने से झालावाड़-बारां स्टेट हाइवे पर भी रास्ता बंद रहा। कालीसिंध बांध के छह गेट और छापी बांध के चार गेट खोलकर पानी की निकासी की गई।
दरा में दोनों तरफ दस-दस किमी से अधिक लम्बा जाम लग गया। जाम में फंसने से लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। शाम पांच बजे तक भी वाहन रेंक-रेंक कर चल रहे थे। एहतियात के तौर पर यहां पुलिस जाप्ता तैनात कर रखा है। पुलिस की निगरानी में गाडिय़ों को निकाला गया। हालांकि कई कारें पानी में फंस गई। पहले से मुस्तैद पुलिस ने लोगों को सुरक्षित निकाला।
पुलिस जुटी रही
नाले पर सुबह 9 बजे पानी उतार पर आने पर भारी वाहनों की एक तरफा आवाजाही शुरू की, लेकिन राजमार्ग के दोनों तरफ अव्यस्थित तरीके से वाहन खड़े करने जाम नहीं खुल पाया। पुलिस की मोबाइल टीमें लगातार जाम खुलवाने के प्रयास में जुटी रही। कोटा की तरफ से जाने वाले वाहनों को दरा से पांच किलोमीटर पहले ही रोक दिया गया।
छापी बांध से निकासी
छापी बांध कैचमेंट एरिया में शुक्रवार को 89 मिमी हुई। क्षेत्र में इस सीजन में कुल बारिश 603 मिमी हो चुकी है। एमपी व बांध के कैचमेंट क्षेत्र में अच्छी बारिश के चलते शुक्रवार सुबह 4 गेट खोलकर 533 घन मीटर प्रति सेकंड जल की निकासी की गई। दोपहर को 4 गेट से 303 घन मीटर निकाला गया। वहीं शाम को पानी की आवक बंद होने से 2 गेट बंद किए गए। जल संसाधन विभाग छापी परियोजना के सहायक अभियंता युगल माहेश्वरी ने बताया किबारिश से बांध में जल की लगातार आवक बढ़ रही है।