वृद्ध जनों को राहत, गांवों में बैंक वीसी कर रहे भुगतान
लॉकडाउन का असर

रीछवा. कस्बे समेत क्षेत्र के गांवों में कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन होने से वृद्ध बैंक नहीं आ रहे हंै, लेकिन सरकार के आदेश पर मां गायत्री ई-मित्र द्वारा घर-घर व गांवों में जाकर आसानी से भुगतान किया जा रहा है। बैंक मित्र बालचंद वर्मा व विकास कुमार ने बताया कि दीवड़ी, नसीराबाद, बड़बड़ व अन्य गांवों में बैंक बीसी द्वारा लोगों के लिए रुपए की निकासी की जा रही है। साबुन व सैनेटाइजर से हाथ धुलाने के बाद फिंगर प्रिंट से मिलान कर भुगतान किया जा रहा है।
नि:शुल्क गेहूं मिलना शुरू
भालता. क्षेत्र के बैरागढ़ में सरकार की ओर से गरीबों को दी जा रही राशन सामग्री लेने के लिए भीड़ जमा हो गई। इससे डीलर को भी मशक्कत करनी पड़ी। सोशल डिस्टेंस को दरकिनार कर राशन लेने जमा हुई भीड़ देखकर रक्तदाता समूह ने कमान संभाली। कॉर्डिनेटर हेमंत पोसवाल ने बताया कि राशन की दुकान के बाहर गोले बनाए। लोगों को मास्क लगाने की भी समझाइश की।
-छोटी सुनेल. क्षेत्र के मोड़ी गांव में ग्रामीणों को राशन के तहत 5 किलो गेहूं नि:शुल्क देना प्रारंभ कर दिया है। राशन डीलर राजेंद्र सिंह झाला ने बताया कि इससे नयागांव, मोड़ी, बहादुरपुरा के लोगों को आपदा की घड़ी में राहत मिलेगी।
जहरीले पदार्थ के सेवन से मौत
सुनेल. पुलिस ने जहरीले पदार्थ के सेवन से मानसिक रोगी की मौत का मामला दर्ज किया। थानाधिकारी धर्माराम चौधरी ने बताया कि सिरपोई निवासी मृतक के पिता नानूराम मेहर ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि पुत्र दिनेश मेहर (35) ने शाम को अज्ञात जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया, उसे सुनेल चिकित्सालय लाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार कर झालावाड़ चिकित्सालय रैफर किया, जहां उपचार के दौरान रविवार तड़के मौत हो गई। पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंपा। वहीं संदिग्ध अवस्था में मौत का मामला दर्ज किया।
अभ्रदता के आरोपी को जेसी
भवानीमंडी. पचपहाड़ हल्का पटवारी के साथ राशन डीलर द्वारा गाली-गलोज कर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने पर कोर्ट ने डीलर को जेल भेजा।
थानाधिकारी महेन्द्र मीणा ने बताया कि हल्का पटवारी मीना अरोरा ने रिपोर्ट में दर्ज कराया कि वह सरकारी काम से तहसील में जा रही थी। तभी राशन डीलर अभय कुमार ने रास्ता रोका और कहने लगा की एक व्यक्ति का नाम खाद्य सुरक्षा में जोड़ो। इसके बाद मेरा पीछा करने लगा और आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। मैने चिल्ला कर लोगों को एकत्रित किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर न्यायलय में आरोपी को पेश किया, जहां से उसे जेल भेजा।
यात्रियों की जांच के नाम पर औपचारिकता
57 बस यात्रियों को किया रवाना
झालरापाटन. कोरोना वायरस संक्रमण जैसी महामारी की जांच के नाम पर राजकीय सैटेलाइट अस्पताल में औपचारिकता निभाकर यात्रियों को रवाना कर दिया।
मध्यप्रदेश सीमा तक जाने वाले 57 बस यात्रियों को जांच के लिए सैटेलाइट अस्पताल भेजा। जहां पर मौजूद चिकित्सकों ने जांच के नाम पर सर्दी-जुखाम व बुखार की फोरी जानकारी लेकर इनके नाम पते व मोबाइल नम्बर लिख लिए, जबकि इनकी कोई स्क्रीनिंग नहीं की, जबकि पूछताछ करने पर चिकित्सक इनकी स्क्रीनिंग की जानकारी दे रहे हैं।
बस यात्रियों से पूछने पर उन्होंने बताया कि उनकी जांच नहीं की। सर्दी-जुखाम के बारे में पूछकर दवा दे दी। जिसे वह चिकित्सक को दिखाकर बस में सवार हो गए। चिकित्सालय में इससे पूर्व भी रात को 80 यात्रियों को जांच के नाम पर औपचारिकता कर बसों से रवाना किया। प्रमुख चिकित्साधिकारी डॉ. एचपी लखवाल से यात्रियों की जांच के बारे में पूछताछ करने पर उन्होंने कहा कि मशीन से स्क्रीनिंग की है, जबकि मौके पर स्क्रीनिंग के लिए कोई मशीन मौजूद नहीं थी। इनमें से कई यात्रियों को अलग-अलग जगह उतरना था। चिकित्सा विभाग इतने गंभीर मामले में लापरवाही बरत रहा है।
बस यात्रियों की स्क्रीनिंग की व्यवस्था बार्डर पर है। जहां इनकी जांच की जाएगी। लक्षण पाए जाने पर इन्हें उपचार के लिए लाया जाएगा।
डॉ. साजिद खान, सीएमएचओ, झालावाड़
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