मुख्यालय के निर्देश पर जेल प्रशासन ने कोरोना वायरस संक्रमण का फैलाव रोकने के उद्देश्य से जिला कारागृह में बंदी व परिजनों की मुलाकात पर पाबंदी लगाई गई है। परिजन जेल में बंद परिचित से आगामी आदेश तक नहीं मिल सकेंगे। जेल महानिदेशक कार्यालय के आदेश पर यह व्यवस्था की गई है। अब यदि किसी बंदी को परिजन से बात करनी है तो वह जेल में लगे एसटीडी पीसीओ के माध्यम से बात कर सकेगा। बंदी एक बार में सिफ पांच मिनट तक एक व्यक्ति बात कर सकेगा। इसका पूरा ध्यान वहां मौजूद कर्मचारी रखेंगे।
कोरोना संक्रमण से बचाव के चलते एक बैरक में पहले के मुकाबले संख्या कम की गई है, एक बैरक में अब करीब 40 कैदियों को ही रखा जा रहा है। जिनमें सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखने के लिए बोला गया है। कैदियों के बिस्तर आदि उचित दूरी पर लगाए गए है। तथा प्रत्येक कैदी को मास्क दिया गया है। जेल प्रशासन ने अभी तक दो बार जेल में सोडियएम हाईपोक्लोराइड का स्प्रे करवा दिया है। तथा चिकित्सा विभाग द्वारा परिसर को सैनेटाइज कर बंदियों के स्वास्थ्य की जांच भी करवाई गई है।
जिला जेल में अभी 538 कैदी है। अन्य जेलों में ज्यादा होने से 100केदी कोटा से तथा 25 कैदी भवानीमंडी जेल से लाए गए है। जेल क्षमता 6 सौ अधिक कैदी रखने की है। गौरतलब है कि जिला जेल में सैंकड़ों कैदी नशीले पदार्थों की तस्करी के मामले में बंद है। कोरोना वायरस से बचाव और जागरुकता के लिए जेल में विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
जेल निदेशालय से आदेश आने के बाद हमने इसकी पालना कभी की शुरू कर दी है। आगामी आदेश तक बंदियों के परिजनों से मुलाकात नहीं हो सकतीहै। अभी जेल में लगे पीसीओ से परिजनों की बात करवा रहे हैं। जेल को पूरी तरह से सैनेटाईज कर दिया है। सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। हर बैकर में कैदियो की संख्या कम कर दी गई है। कैदियों के बिस्तर एक मीटर की दूरी पर लगाए जा रहे हैं। फोन आदि से लेकर खाने के समय में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है।
राजपालसिंह, जेल अधीक्षक, जिला जेल झालावाड़।