मोटर बंद करते करंट लगा, किसान की मौत
सुनेल. क्षेत्र के खामणी गांव में खेत के कुएं पर मोटर बंद करते समय करंट लगने से किसान की मौत हो गई। थानाधिकारी जितेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि मृतक के पुत्र दिनेश धाकड़ ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि पिता भगवानसिंह धाकड़ (50) खेत पर फसल को पानी पिलाने थे, कुएं पर मोटर बंद करते समय करंट लगने से अचेत हो गए। उन्हें परिजन सुनेल चिकित्सालय लाए, जहां उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने मृतक भगवान सिंह धाकड़ का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंपा। वहीं मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
सुनेल. क्षेत्र के खामणी गांव में खेत के कुएं पर मोटर बंद करते समय करंट लगने से किसान की मौत हो गई। थानाधिकारी जितेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि मृतक के पुत्र दिनेश धाकड़ ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि पिता भगवानसिंह धाकड़ (50) खेत पर फसल को पानी पिलाने थे, कुएं पर मोटर बंद करते समय करंट लगने से अचेत हो गए। उन्हें परिजन सुनेल चिकित्सालय लाए, जहां उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने मृतक भगवान सिंह धाकड़ का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंपा। वहीं मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
मगरमच्छ के बच्चे को कुएं से निकाल कालीसिंध नदी में छोड़ा
-भटवाड़ा गांव के माळ में मिला
पनवाड़. कस्बे के निकट भटवाड़ा गांव के माळ में गत दिनों करीब दो फीट लम्बा व पांच किलो वजनी मगरमच्छ का बच्चा हरिश्चन्द सागर परियोजना की नहर से धान के खेतों में होता हुआ छोटे कुंए में आकर गिर गया। उसे वन विभाग की टीम ने निकाल कर समदखेड़ी के पास कालीसिंध नदी में छोड़ा।
मदन लाल नागर सहित कई किसानों ने बताया कि मगरमच्छ के बच्चे की सूचना वन विभाग के अधिकारीयों को दी। मौके पर पहुंचे कर्मचारी उसे बाहर नहीं निकाल सके। एक सप्ताह बाद शुक्रवार को मगरमच्छ के बच्चे को मशक्कत कर बाहर निकाल कर समदखेड़ी के पास कालीसिंध नदी में छोड़ा।
वनरक्षक मनोज कुमार मीणा, नरेन्द्र नागर ने बताया कि इस दौरान खानुपर क्षेत्रिय वन अधिकारी दीपक मालव, सहायक वननाका बृजमोहन मीणा, सहायक वन पाल राधेश्याम मीणा, सुमेर सिंह, लालचन्द मीणा, बृजराज सिंह आदि मौजूद रहे।
-भटवाड़ा गांव के माळ में मिला
पनवाड़. कस्बे के निकट भटवाड़ा गांव के माळ में गत दिनों करीब दो फीट लम्बा व पांच किलो वजनी मगरमच्छ का बच्चा हरिश्चन्द सागर परियोजना की नहर से धान के खेतों में होता हुआ छोटे कुंए में आकर गिर गया। उसे वन विभाग की टीम ने निकाल कर समदखेड़ी के पास कालीसिंध नदी में छोड़ा।
मदन लाल नागर सहित कई किसानों ने बताया कि मगरमच्छ के बच्चे की सूचना वन विभाग के अधिकारीयों को दी। मौके पर पहुंचे कर्मचारी उसे बाहर नहीं निकाल सके। एक सप्ताह बाद शुक्रवार को मगरमच्छ के बच्चे को मशक्कत कर बाहर निकाल कर समदखेड़ी के पास कालीसिंध नदी में छोड़ा।
वनरक्षक मनोज कुमार मीणा, नरेन्द्र नागर ने बताया कि इस दौरान खानुपर क्षेत्रिय वन अधिकारी दीपक मालव, सहायक वननाका बृजमोहन मीणा, सहायक वन पाल राधेश्याम मीणा, सुमेर सिंह, लालचन्द मीणा, बृजराज सिंह आदि मौजूद रहे।