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पत्नी और तीन बच्चों की हत्या के बाद अजान होने से शाकिर ने बदला था आत्महत्या का इरादा

locationझालावाड़Published: Nov 16, 2019 03:43:05 pm

Submitted by:

arun tripathi

7 लाख का है कर्जा

पत्नी और तीन बच्चों की हत्या के बाद अजान होने से शाकिर ने बदला था आत्महत्या का इरादा

7 लाख का है कर्जा

सुनेल. पुलिस ने पत्नी और बच्चों के हत्यारे शाकिर हुसैन को न्यायालय भवानीमंडी में पेश किया, जहां से उसे एक दिन के रिंमाड पर पुलिस को सौंपा।
थानाधिकारी जितेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि आरोपी से पूछताछ में मिली जानकारी के अनुसार उसके ऊपर सात लाख रुपए का कर्ज था और वह मकान बेचना चाहता था, लेकिन परिजन नहीं बेचने दे रहे थे। इससे उसके ऊपर कर्जा बढ़ता जा रहा था, उसे कर्जदार परेशान कर रहे थे। इससे हताश होकर उसने घटना के तीन-चार दिन पूर्व भी आत्महत्या का प्रयास किया था, लेकिन परिजनों ने उसे आत्महत्या करने नहीं दी। उसने बताया कि 8 अक्टूबर को कर्जदार को रुपए देने की कॉल थी, लेकिन इंतजाम कहीं से नहीं हुआ। इस बात को लेकर 7 अक्टूबर की रात को घर में पत्नी से बहस भी हुई। इसके बाद 8 अक्टूबर के तड़के फिर से बहस का माहोल बना, इसके बाद सभी ने एक साथ आत्महत्या करने पर सहमति जताई। सबसे पहले शाकिर ने पत्नी जाहिदा बी, इसके बाद दोनों बेटियों और अंत में बेटे को जहर दिया। इससे सभी अचेत हो गए। इसके बाद एक-एक कर सभी की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसी दौरान अजान होने के कारण उसने आत्महत्या नहीं की और वह घर से फरार हो गया। इसके बाद शाकिर सुबह ही निजी बस से उज्जैन जा रहा था, लेकिन रास्ते में उसने अनजान यात्रियों के बीच ढाबलाखींची गांव में शव मिलने की चर्चा सुनी। इससे घबराकर वह घोसला गंाव में उतर गया और रास्ता बदल कर अहमदाबाद, जयपुर, अजमेर, ब्यावर आदि स्थानों पर रहकर मजदूरी की। आरोपी जहां पर खाने-पीने या सोने जाता था वहीं दुबारा नहीं जाता था।
-ऐसे की हत्या
8 अक्टूबर की सुबह ढाबलाखींची गंाव के चौखडिय़ा बाजार के सूने मकान में पत्नी जाहिदा बी, बेटी मुस्कान, अल्फिया, पुत्र अल्फेज खान को पहले जहर देकर फिर गला घोंटकर हत्या कर दी थी। इसके बाद पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने गठित टीमें आरोपी की तलाश में दबिश दे रही थी, इसके तहत पुलिस ने आरोपी को गुरुवार शाम को कोटा के एमबीएस अस्पताल के पास चाय की थड़ी से गिरफ्तार किया।
-ऐसे बढ़ा कर्जा
थानाधिकारी जितेन्द्र सिंह शेखावत ने आरोपी शाकिर हुसैन से पूछताछ मेें बताया कि पिता रमजानी खां पर भी तीन लाख रुपए का कर्ज था। उनका निधन 14 जून 2010 को होने के बाद वे रुपए मुझे चुकाने पड़े। इसके बाद बड़े भाई जाकिर खां के साथ मिलकर संतरे का व्यापार किया। इसमें नुकसान होने से कर्जा बढ़ गया। इसके चलते पैतृक जमीन का कुछ हिस्सा बेचकर कुछ कर्जा चुकाया। इसके बाद घटना से चार-पांच माह पूर्व शाकिर ने सुनेल निवासी राजू गुर्जर से सात लाख रुपए दो प्रतिशत सैकड़ा से ब्याज पर लिए और अपना मकान भी उसके पास गिरवी रख दिया।
मोटर बंद करते करंट लगा, किसान की मौत
सुनेल. क्षेत्र के खामणी गांव में खेत के कुएं पर मोटर बंद करते समय करंट लगने से किसान की मौत हो गई। थानाधिकारी जितेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि मृतक के पुत्र दिनेश धाकड़ ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि पिता भगवानसिंह धाकड़ (50) खेत पर फसल को पानी पिलाने थे, कुएं पर मोटर बंद करते समय करंट लगने से अचेत हो गए। उन्हें परिजन सुनेल चिकित्सालय लाए, जहां उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने मृतक भगवान सिंह धाकड़ का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंपा। वहीं मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
मगरमच्छ के बच्चे को कुएं से निकाल कालीसिंध नदी में छोड़ा
-भटवाड़ा गांव के माळ में मिला
पनवाड़. कस्बे के निकट भटवाड़ा गांव के माळ में गत दिनों करीब दो फीट लम्बा व पांच किलो वजनी मगरमच्छ का बच्चा हरिश्चन्द सागर परियोजना की नहर से धान के खेतों में होता हुआ छोटे कुंए में आकर गिर गया। उसे वन विभाग की टीम ने निकाल कर समदखेड़ी के पास कालीसिंध नदी में छोड़ा।
मदन लाल नागर सहित कई किसानों ने बताया कि मगरमच्छ के बच्चे की सूचना वन विभाग के अधिकारीयों को दी। मौके पर पहुंचे कर्मचारी उसे बाहर नहीं निकाल सके। एक सप्ताह बाद शुक्रवार को मगरमच्छ के बच्चे को मशक्कत कर बाहर निकाल कर समदखेड़ी के पास कालीसिंध नदी में छोड़ा।
वनरक्षक मनोज कुमार मीणा, नरेन्द्र नागर ने बताया कि इस दौरान खानुपर क्षेत्रिय वन अधिकारी दीपक मालव, सहायक वननाका बृजमोहन मीणा, सहायक वन पाल राधेश्याम मीणा, सुमेर सिंह, लालचन्द मीणा, बृजराज सिंह आदि मौजूद रहे।
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