कंकणाकृति सूर्यग्रहण 12 मिनट तक दिखेगा
21 जून को आषाढ़ मास की अमावस्या, मृगाशिरा और आद्र्रा नक्षत्र, मिथुन राशि में होने वाले इस सूर्य ग्रहण को 12 मिनट से अधिक नहीं देखा जा सकेगा। यह ग्रहण भारत, बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका के कुछ शहरों में दिखाई देगा। मृगशिरा और आद्र्रा नक्षत्र में जन्मे व्यक्तियों को यह ग्रहण नहीं देखना चाहिए। यह ग्रहण उत्तरी राजस्थान, पंजाब, उत्तरी हरियाणा, उत्तराखंड के कुछ भागों में कंकणाकृति तथा शेष भारत में खंड ग्रास के रूप में दिखाई देगा। इस ग्रहण का स्पर्श प्रारंभ सुबह 10.14 बजे, मध्य 11.51 बजे और मोक्ष, समाप्ति दोपहर 01.42 बजे पर होगा। ग्रहण का सूतक 20 जून की रात्रि में 10.10 बजे से प्रारंभ होगा। वहीं मेष, सिंह, कन्या, कुंभ राशि के लिए सूर्य ग्रहण शुभ फल देने की स्थिति में रहेगा। इन लोगों को भाग्य का साथ मिल सकता है। वृष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर और मीन राशि के लोगों को सतर्क रहकर काम करना होगा। जो लोग सतर्कता बरतेंगे, उनके लिए असर नहीं होगा
21 जून को आषाढ़ मास की अमावस्या, मृगाशिरा और आद्र्रा नक्षत्र, मिथुन राशि में होने वाले इस सूर्य ग्रहण को 12 मिनट से अधिक नहीं देखा जा सकेगा। यह ग्रहण भारत, बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका के कुछ शहरों में दिखाई देगा। मृगशिरा और आद्र्रा नक्षत्र में जन्मे व्यक्तियों को यह ग्रहण नहीं देखना चाहिए। यह ग्रहण उत्तरी राजस्थान, पंजाब, उत्तरी हरियाणा, उत्तराखंड के कुछ भागों में कंकणाकृति तथा शेष भारत में खंड ग्रास के रूप में दिखाई देगा। इस ग्रहण का स्पर्श प्रारंभ सुबह 10.14 बजे, मध्य 11.51 बजे और मोक्ष, समाप्ति दोपहर 01.42 बजे पर होगा। ग्रहण का सूतक 20 जून की रात्रि में 10.10 बजे से प्रारंभ होगा। वहीं मेष, सिंह, कन्या, कुंभ राशि के लिए सूर्य ग्रहण शुभ फल देने की स्थिति में रहेगा। इन लोगों को भाग्य का साथ मिल सकता है। वृष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर और मीन राशि के लोगों को सतर्क रहकर काम करना होगा। जो लोग सतर्कता बरतेंगे, उनके लिए असर नहीं होगा