सूत्रों ने बताया कि कई वीक्षक ईमानदारी पूर्वक परीक्षाएं लेकर चले जाते हैं। स्कूल वाले से एक रूपए भी नहीं लेते हैं। ऐसे में छात्रों से पैसे लेना गलत है। बोर्ड वीक्षकों को ठहरने व आने-जाने का किराया देता है। ऐसे में होटल में रूकने व स्कूल संचालकों द्वारा खातिरदारी के नाम पर पैसा लेना गलत है।
निजी स्कूलों द्वारा एक छात्र से प्रति विषय के करीब 700 से 800 रुपए लिए जा रहे हैं। ऐसे में एक छात्र से करीब 25 सौ से 3 हजार रूपए तक लिए जा रहे हैं।
गत वर्ष एक वीक्षक के पैसे लेने पर बोर्ड ने जारी किए थे निर्देश-
गत वर्ष पर भी बोर्ड द्वारा लगाए गए वीक्षक के पैसे लेने पर पकड़े जाने पर वीक्षकों को किसी भी प्रकार का गि?ट व पैसे लेने पर स?त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसके बाद भी निजी स्कूल संचालक गि?ट के नाम पर छात्रों से पैसे ले रहे हैं। ऐसे में आधे पैसे वीक्षक को देकर शेष पैसे स्वयं रख ले लेते हैं, या कोई ईमानदार वीक्षक पैसे नहीं लेता है। ऐसे में छात्रों को पैसा बेकार ही जाता है।
एक की मौत, 22 घायल.. अभी वीक्षकों के पास नहीं आई सूची-
जिले में प्रायोगिक परीक्षाएं 18 जनवरी से शुरू होने वाली है। ऐसे में एक सप्ताह शेष है। लेकिन अभी तक बोर्ड स्पष्ट नहीं कर पाया है कि वीक्षक जिला स्तर से लगाएं जाएंगे या कई बाहर के। बोर्ड से अभी तक वीक्षकों के पास स्कूलों के आंवटन वाले लिफाफे नहीं पहुंचे है। वहीं गृह विज्ञान व क?प्यूटर को छोड़कर शाला दर्पण से ही वीक्षकों की ड्यूटी लगाई जाने की बात की जा रही है। लेकिन अभी तक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के पास इस संबंध में कोई सूचना नहीं है। ऐसे में शिक्षक व छात्र दोनों परेशान हो रहे हैं।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड वीकक्ष की प्रायोगिक परीक्षा में ड्यूटी लगाने के दौरान, ड्यूटी सूची के साथ ही निर्देश देता है कि किसी भी स्कूल संचालक से गि?ट या कोई प्रलोभन में नहीं आएं, होटल में नहीं रूकें। बोर्ड वीक्षक को किराया व ठहरने के साथ ही टीए व डीए भी देता है। ऐसे में वीक्षक किसी भी निजी व सरकारी स्कूलों के प्रलोभन में नहीं आए। ऐसे में निजी स्कूलों द्वारा संचालकों से वीक्षक की व्यवस्था के नाम पर पैसे लेना गलत है।
जिले में 309 सरकारी व 48 निजी स्कलों के हजारों छात्र बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षाएं देंगे। इनमें विज्ञान संकाय के 2817, कृषि संकाय के562, कला संकाय के करीब 1405छात्र प्रायोगिक परीक्षाएं देंगे। इनमें भूगोल, गृह विज्ञान, क?प्यूटर साइंस, चित्रकला आदि विषय के छात्र हैं।
अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी, माध्यमिक ओमप्रकाश चौधरी ने बताया कि इस संबंध में पता करेंगे, किसी भी स्कूल के छात्र द्वारा शिकायत करने पर स्कूल के खिलाफ कारवाई की जाएगी। साथ ही किसी भी वीक्षक के दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाती है। बोर्ड के नियमानुसार वीक्षक को यात्रा व अन्य भत्ता दिया जाता है। छात्रों से गि?ट व अन्य किसी प्रकार से पैसे लेना बिल्कुल गलत है। कोई भी छात्र कार्यालय के कंट्रोल रूम के नंबर 07432-233238 पर शिकायत कर सकता है।