छात्र जसवंत मेघवाल व ईश्वर ने बताया कि पानी लाने के लिए एक किलोमीटर दूर हैंडपंप पर जाना पड़ रहा है।वहीं छात्रावास की टंकियों में काई जमी हुई है। इस छात्रावास में 6 से 12वीं में अध्ययनरत करीब 39 छात्र रहते हैं।
छात्रावास के चारदीवारी भी नहीं है।इससे विद्यार्थियों में भय बना रहता है। छात्रावास एकांत में होने से यहां समाजकंटकों का जमावड़ा भी रहता है। छात्रावास के बाहर लगी लाइटें भी समाजकटंक ले गए। खिड़कियों केशीशे भी तोड़ दिए।
अस्थाई कर्मचारियों को एक साल से वेतन नहीं छात्रावास में कई सालों से कार्य कर रहे रसोईया गंगाबाई व चौकीदार कमलेश को पिछले एक साल से वेतन नहीं मिला है। कमलेश ने बताया कि वह दस साल से छात्रावास में कार्य कर रहा है। वही रसोईया गंगाबाई बताती है कि वह २१ साल से छात्रावास में अस्थाई कर्मचारी के रूप में कार्यरत है।
मोटर ठीक करा दी है।ट्यूबवैल को गहरा कराया जाएगी ताकि पानी की समस्या न हो।छात्रावास में सभी ठेकाकर्मी लगे हुए हैं। इनके वेतन के लिए संबंधित ठेकेदार व उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। चारदीवारी के लिए बजट आ गया है।
नाथूलाल अखंड, वार्डन