scriptबजट का रोड़ा, भुगतान नहीं मिलने से निर्माण अधूरा छोड़ चले गए ठेकेदार | The budget constraint, the contractor left incomplete due to non-payme | Patrika News

बजट का रोड़ा, भुगतान नहीं मिलने से निर्माण अधूरा छोड़ चले गए ठेकेदार

locationझालावाड़Published: Apr 02, 2019 04:21:13 pm

Submitted by:

arun tripathi

उड़ रहे धूल के गुब्बार

JHALARAPATAN

उड़ रहे धूल के गुब्बार

झालरापाटन. कस्बे सहित आसपास के क्षेत्र में चल रहे सड़कों के कार्य पिछले ढाई माह से बंद पड़े हैं। ठेकेदार भुगतान नही मिलने के कारण निर्माण अधूरे ही छोड़कर चले गए है। इधर प्रशासन बजट का अभाव बता रहा है। ऐसे में यह अधूरे पड़े कार्य लोगो के लिए मुसीबत व परेशानी बने हुए हैं।
झालरापाटन से झालावाड़ के बीच बनाए गए सीसी रोड पर गिन्दोर के यहां तिराहे पर सड़क के टुकड़े का कार्य अधूरा पड़ा है। यहां पर दोनो तरफ डबल लेन सीसी रोड बना है, लेकिन कुछ टुकड़ा बिना बनाए ही छोड़ दिया है जिससे यहां का रास्ता असमतल होने से वाहन चालको को कॉफी परेशानी आ रही है। अधूरी सड़क पर पड़ी गिटटी व मिटटी आसपास के दुकानदारों व रहवासियों के लिए मुसीबत बनी हुई है इसी प्रकार शहर पुलिस थाना सर्कल के पास सड़क का टुकड़ा अधूरा छोड़ रखा है। सूरजपोल दरवाजा से चंद्रभागा तिराहा तक सड़क का अधूरा कार्य पड़ा है यहां पर भी जगह जगह खोदी गई मिटटी व गिटटी के सड़क के किनारे ढेर लगे हुए है। दुकानदारों का कहना है कि ठेकेदार के काम को अधूरा छोड़कर चले जाने से दिनभर यहां धूल उड़ती रहती है साथ ही वाहन चालको को अपने वाहन निकालने में परेशानी आती है। रास्ता उबड़ खाबड़ होने से कई बार वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो रहे है। सड़क किनारे पड़ी निर्माण सामग्री से रात के अंधरे में कई बार वाहन चालक फिसल जाते है।
एमपी की सड़क के लिए खोद रहे अवैध मिट्टी
बकानी. क्षेत्र को मध्यप्रदेश के सोयत से जोडऩे के लिए मध्यप्रदेश सरकार द्वारा धानोदा से लेकर राजस्थान सीमा तक डामर रोड बनाया जा रहा है। मध्यप्रदेश की सीमा में बनने वाले इस रोड में ठेकेदार के द्वारा राजस्थान की सीमा से मिट्टी की खुदाई कर के काम में ली जा रही है। इन दिनों धानोदा से लेकर राजस्थान की सीमा मिट्टी डाल कर ग्रेवल रोड तैयार किया जा रहा है। लेकिन मध्यप्रदेश के ठेकेदार की मनमानी के चलते बड़ाय गांव के पास राजस्थान की सीमा में स्थित खोयरा महादेव के पास से सैकड़ों ट्रैक्टर ट्रॉली मिट्टी को खोद कर प्रतिदिन रोड निर्माण में काम लिया जा रहा है।
हाइवे पर फैल रहा भूसा, आएदिन हो रही दुर्घटनाएं
खानपुर ञ्च पत्रिका. कस्बे से होकर गुजर रहे बारां-झालावाड़ मेगा हाइवे व अन्दरूनी सड़कों पर ओवरलोड ट्रैक्टर ट्रॉलियों व ट्रॉलों से उड़कर फैलते भूसे से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। मिनी सचिवालय के सामने हाइवे पर फैले भूसे के कारण कुंजेड़ निवासी देवप्रकाश गुर्जर बाइक से गिरकर बुरी तरह घायल हो गया। हाइवे व समूची सड़कों पर सरसों की तूड़ी फैली हुई है। ऐसे में दुपहिया वाहन मोड़ पर गुजरने के दौरान फिसल जाने से दुर्घटनाएं हो रही है।
सरस उत्पाद का बाजार मप्र तक बढ़ाएं
झालरापाटन. राजस्थान सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी के गोयल ने झालावाड़-बारां जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड (सरस डेयरी) का अवलोकन किया।
अतिरिक्त मुख्य सचिव पशुपालन उपनिदेशक डॉ. विजय सिंह, कृषि उपजमंडी सचिव हरिमोहन बैरवा सहित आधा दर्जन अधिकारियों के साथ सोमवार सुबह ११ बजे सरस डेयरी पंहुचे यहां उन्होने दूध प्रोसेसिंग, पैकिंग, छाछ, श्रीखण्ड पैकिंग संयत्र का अवलोकन कर प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली। गोयल ने सरस उत्पाद का विपणन मध्यप्रदेश के बाजार तक भी करने का सुझाव देते हुए कहा कि आज प्रतिस्पर्धा का युग है मध्यप्रदेश के उत्पाद हमारे बाजार में आकर अपना विपणन कर रहे है। डेयरी के प्रबंध संचालक राकेश शर्मा ने उन्हे बताया कि मध्यप्रदेश की डेयरियां यहां पर चाय स्पेशल के नाम से अपना दूध बाजार में दे रही है यदि राज्य सरकार इस डेयरी को होम्योजिनाइन मशीन उपलब्ध कराने के लिए राशि उपलब्ध करा दे तो वह भी यहां पर यह उत्पाद देकर अपना बाजार और बढ़ा सकते है इस पर अतिरिक्त मुख्य सचिव ने सरकारी स्तर पर वार्ता करने की जानकारी दी। इससे पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव ने धनवंतरी नर्सरी, संतरा प्रोसेसिंग प्लांट का भी अवलोकन करते हुए संतरा उत्पाद की ग्रेडिंग प्रणाली को बेहतर बताया। उन्होने डेयरी की छाछ पी और श्रीखण्ड का स्वाद चखा। प्रबंध संचालक ने बताया कि यहां पर भीलवाड़ा से सरस आईसक्रीम भी मंगवाई जा रही है।
संतरा प्रसंस्करण कॉमन फेसिलिटी सेंटर भी देखा
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने भारतीय ग्रामीण विकास संस्थान के ग्रामीण तकनीकी केन्द्र पर संतरे के प्रसंस्करण कॉमन फेसिलिटी का अवलोकन किया। संस्थान निदेशक कुलदीप अरोड़ा ने उन्हें बताया कि संस्थान ने संतरा उत्पादकों को बाजार से जोडऩे का प्रयास किया गया है इसके माध्यम से किसान यहां पर संतरा लेकर आते हैं और उन्हें ग्रेडिंग के
हिसाब से भुगतान दिया जाता है जिससे उन्हें बाजार से अधिक दर मिल जाती है संयुक्त निदेशक उद्यान ने संतरे में लगने वाले काली मस्सी रोग की जानकारी देते हुए बताया कि विभाग के प्रयासों से अब इस पर काबू पा लिया गया है संस्थान परियोजना निदेशक पी एन अग्रवाल ने कहा कि जिले में कृषि व संतरा उत्पादन से बड़े किसान जुड़े हुए है। गोयल ने परिसर में स्थित बायोगैस इकाई, वर्मी कंपोस्ट, पॉलीहाउस, नर्सरी का भी अवलोकन किया।
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