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रोहिणी तपना अभी बाकी, सूरज पहले से ही अंगारे बरसा रहा

locationझालावाड़Published: May 21, 2019 12:11:30 pm

Submitted by:

jagdish paraliya

25 सेे शुरू होगा रोहिणी नक्षत्र, दो डिग्री बढ़कर पारा 42 पर पहुंचा

The rest is still dry, the sun already rises the angle

रोहिणी तपना अभी बाकी, सूरज पहले से ही अंगारे बरसा रहा

झालावाड़. भवानीमंडी/सुनेल. प्रदेश व जिले में आंधी, बूंदाबांदी के बाद तापमान फिर बढऩे लगा है। रविवार के मुकाबले अधिकतम तापमान सोमवार को दो डिग्री बढ़कर 4२ पर पहुंच गया। वहीं न्यूनतम तापमान भी दो डिग्री बढ़कर 28 डिग्री सेल्सियस हो गया है।
गर्मी व लू का आलम यह हैकि दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। गर्मी के आगे कूलर भी बेअसर हो रहे हैं। बाहर निकलते ही ऐसा लगता है जैसे आसमान से अंगारे बरस रहे हों। रोहिणी नक्षत्र से नौतपा भी शुरू हो जाएगा। रोहिणी नक्षत्र 25 मई को शुरू होगा और इस बार 8 जून तक रहेगा। ऐसी मान्यता है कि रोहिणी नक्षत्र जब लगता है तो सूरज के तेवर प्रचंड रहते हैं और धरती का तापमान तेजी से बढऩे लगता है।
ज्योतिषाचार्य प्रफुल्ल जोशी ने बताया कि नौतपा 25 मई सुबह 10.33 बजे सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ शुरू हो जाएगा। इस दौरान सूर्य, मंगल, बुध का शनि से समसप्तक योग होने से भी धरती के तापमान में इजाफा होता है। साल में एक बार रोहिणी नक्षत्र की दृष्टि सूर्य पर पड़ती है। यह नक्षत्र 15 दिन रहता है, लेकिन शुरू के पहले चन्द्रमा जिन 9 नक्षत्रों पर रहता है, वह दिन नौतपा कहलाते हैं। इसका कारण इन दिनों में गर्मी अधिक रहती है। मई के आखिरी सप्ताह में सूर्य और पृथ्वी के बीच दूरी कम हो जाती है और इससे धूप और तेज हो जाती है।
सूर्य पर रोहिणी नक्षत्र का ऐसा असर रहेगा
सूर्य तेज और प्रताप का प्रतीक है जबकि चंद्रमा शीतलता का। रोहिणी नक्षत्र का मुख्य रूप से अधिपति ग्रह चंद्रमा ही है। तो सूर्य जब चंद्रमा के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है तो सूर्य इस नक्षत्र को अपने प्रभाव में ले लेता है। इससे रोहिणी नक्षत्र का तापमान बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। सूर्य के इस नक्षत्र में आने से तापमान बढ़ जाता है और इस कारण धरती पर आंधी, तूफान आने की संभावना बढ़ जाती है।

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