मजदूरों को बिहार भेजा
भवानीमंडी. लॉकडाउन के चलते डेढ़ माह से अन्य राज्यों के अटके श्रमिक को घर के लिए रवाना किया। रेलवे स्टेशन दोनों सीमाओं से लगा होने से दोनों राज्यों के प्रशासन द्वारा ४ दिन में करीब ५६० से अधिक श्रमिकों को घर भेज दिया है। नायाब तहसीलदार मुकूट बिहारी ने बताया की कलक्टर के आदेश के बाद पटवारीयों को दिशा निर्देश के बाद अने क्षेत्र में रह रहे बाहर के मजदूरों का चयन कर रवाना किया जा रहा है। रविवार को बचे हुए १० बिहार के मजदूरों को भी रवाना कर दिया है, इससे पूर्व उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश व राजस्थान के अन्य जिले के श्रमिकों को रवाना किया जा चुका है।
देर शाम को रवाना किया
प्रवासी मजदूरों को रवाना करने को लेकर प्रशासन ने इंतजाम कर रखे थे। तत्काल झालावाड़ डिपो की 5 बसों में खानपुर उपखण्ड में रुके मजदूरों को लेने देर शाम को बस पहुँची। पटवारी बालमुकुंद मालव, ग्राम विकास अधिकारी भेरूलाल ने बताया कि रोडवेज बसों के माध्यम से मजदूरों को रवाना करवा दिया है। इन मजदूरों को बसें कोटा जंक्शन छोड़कर आएंगी वाह से ट्रेन के द्वारा इन लोगों को बिहार छोड़ा जाएगा
भवानीमंडी. लॉकडाउन के चलते डेढ़ माह से अन्य राज्यों के अटके श्रमिक को घर के लिए रवाना किया। रेलवे स्टेशन दोनों सीमाओं से लगा होने से दोनों राज्यों के प्रशासन द्वारा ४ दिन में करीब ५६० से अधिक श्रमिकों को घर भेज दिया है। नायाब तहसीलदार मुकूट बिहारी ने बताया की कलक्टर के आदेश के बाद पटवारीयों को दिशा निर्देश के बाद अने क्षेत्र में रह रहे बाहर के मजदूरों का चयन कर रवाना किया जा रहा है। रविवार को बचे हुए १० बिहार के मजदूरों को भी रवाना कर दिया है, इससे पूर्व उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश व राजस्थान के अन्य जिले के श्रमिकों को रवाना किया जा चुका है।
देर शाम को रवाना किया
प्रवासी मजदूरों को रवाना करने को लेकर प्रशासन ने इंतजाम कर रखे थे। तत्काल झालावाड़ डिपो की 5 बसों में खानपुर उपखण्ड में रुके मजदूरों को लेने देर शाम को बस पहुँची। पटवारी बालमुकुंद मालव, ग्राम विकास अधिकारी भेरूलाल ने बताया कि रोडवेज बसों के माध्यम से मजदूरों को रवाना करवा दिया है। इन मजदूरों को बसें कोटा जंक्शन छोड़कर आएंगी वाह से ट्रेन के द्वारा इन लोगों को बिहार छोड़ा जाएगा