जिले में टीम की ओर से आए सदस्य ने पोर्टल पर दी गई जानकारी के अनुसार स्वच्छता प्रभारी से एक-एक बिन्दू पर जानकारी जुटाकर दस्तावेज चैक किए है। यह काम शाम तक भी चलता रहा। इस संबंध में टीम के सदस्य से बात की गई तो उन्होंने प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए कोई जानकारी नहीं दी। ऐसे में अब शहर की सफाई व्यवस्था की कमियां व अच्छाई के बारे में रैंक आने के बाद ही पता चलेगा। कि जिले की सफाई व्यवस्था किस दर्जे की है।
शहर में टीम को देखते हुए दिनभर झाडू लगाते हुए कर्मचारी नजर आए। वहीं दूसरी ओर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय ऑल्ड ब्लॉक के सामने दिनभर कचरे का ढ़ेर लगा रहा। यहीं से होकर दिनभर छात्र व व्या?याता गुजरते रहे, लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं गया। ऐसे में स्वच्छता रैंक में जिला कैसे प्रथम आएगा।
एक की मौत, 22 घायल.. पोर्टल के लोकेशन के अनुसार किया चैक-
टीम में एक व्यक्ति ने दिनभर दो दिन से कार्यालय में सारा दस्तावेज खंगाले वहीं। एक अन्य व्यक्ति ने शहर में स्वच्छता पोर्टल में दर्शाए स्थान के हिसाब से शहर में घूमकर सफाई की व्यवस्था देखी।
टीम द्वारा शहर में दो दिन तक पूरी जानकारी लेने के बाद अब शहर की रैकिंग के बोर में पूरी रिपोर्ट क्वालिटी कांउसिल ऑफ इंडिया को सौंपी जाएगी। वहां से नंबर देने के बाद ही शहर की रैंकिंग के बारे में पता चल पाएगा। टीम ने जानकारी लेने के दौरान अधिकारियों से यह भी पूछा कि कितने कर्मचारियों को ई-लर्निंग कोर्स करवाया। इस पर नगर परिषद के अधिकारियों ने बताया कि परिषद के सफाई कर्मचारी व निरीक्षकों सहित ९ लोगों को स्वच्छता से जुड़ा हुआ ई-लर्निंग कोर्स करवाया गया है। इसमें पूरा बताया गया कि शहर की सफाई कैसे करनी है। इसके अलावा दूसरे शहरों की सफाई व्यवस्था की विजिट करके देख क्या, इस पर अधिकारियों ने इंदौर की विजिट करने की बात कही।
परिषद की स्वयं सहायता समूहों द्वारा से सामुदायिक व पब्लिक शौचालय बनाए जाने व उनके प्रचार-प्रसार का काम करने की जानकारी मांगी। बैठकें कब-कब आयोजिक की इसके प्रुफ भी टीम ने देखेे है। इसके अलावा परिषद द्वारा लोगों के घरों के सैप्टिक टैंक खाली करने के दौरान लिए जाने वाले शुल्क के बारे में जानकारी लेकर लोगों द्वारा लिए गए चार्ज के बारे में दस्तावेजों का मिलान किया। इसके बाद वेस्ट के उचित निस्तारण कहां व कैसे किया जा रहा है। इसकी जानकारी लेकर पु्रफ भी देखे।
यह कहना है अधिकारियों का-
स्वच्छता निरीक्षण टीम सीनियर असेसर शैलेन्द्रसिंह राजावत ने बताया कि हमनें झालावाड़ नगर परिषद के सारे दस्तावेज चैक कर लिए है। क्या रैंक रहेगी, क्या कमियां या जो भी है, वह सारी जानकारी दिल्ली कार्यालय में जाकर देंगे। अभी हम कुछ नहीं बता सकते। नगर परिषद के स्वच्छता अभियान प्रभारी तरुण जैनने कहा कि टीम द्वारा दो दिवसीय दौरे के दौरान दो लोगों द्वारा शहर में व कार्यालय में सभी प्रकार की जानकारी ली गईहै। हमने सारी जानकारी उपलब्ध करवा दी है। अब रैंक का निर्धारण तो वहीं से होगा। शहर में उचित रूप से सफाई की जा रही है। फिर भी कहीं कचरे का ढ़ेर है या गंदगी तो साफ करवा देंगे।