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विश्व की दस बड़ी बीमारियों में शामिल है ये बीमारी, इलाज संभव

locationझालावाड़Published: May 23, 2022 09:00:21 pm

Submitted by:

harisingh gurjar

– स्क्रिजोफ्रेनिया दिवस आज

 This disease is included in the world's ten major diseases, treatment is possible

विश्व की दस बड़ी बीमारियों में शामिल है ये बीमारी, इलाज संभव

झालावाड़.स्क्रिजोफ्रेनिया ऐसी मानसिक बीमारी है, जो आत्महत्या का कारण बन जाती है। एक अध्ययन के अनुसार स्क्रिजोफ्रेनिया की चपेट में आने वाले ज्यादातर युवा होते हैं। देश की शहरी आबादी में प्रति हजार लोगों में दस इसकी चपेट में हैं। इनमें से 90 प्रतिशत लोगों का इलाज तक नहीं हो पाता। एसआरजी चिकित्सालय के वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. शकील अंसारी ने बताया कि इस बीमारी की चपेट में आने वाले ज्यादातर 16 से 45 वर्ष आयु वर्ग के होते हैं। इसमें मरीज को ऐसी चीजें दिखाई और सुनाई देती हैं,जो हकीकत में होती ही नहीं। बीमारी और इलाज के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए 24 मई को विश्व स्क्रिजोफ्रेनिया दिवस मनाया जाता है।
ऐसे होते है इस बीमारी के लक्षण-
डॉ. अंसारी ने बताया कि इस बीमारी की चपेट में आने वाले लोग सबसे अलग रहने लगते हैं, मरीज को डर लगना, गुस्सा आना, बिना वजह शक करना, कई मरीजों में गुमसुम रहना, नहाना धोना छोडऩा, अपने आप को अलग कमरे में बंद कर लेना। लोग इस बीमारी को बीमारी नहीं मानते हैं, हवा का असर का समझते हंै और झांड-फूंक में लगे रहते हैं। जबकि इसका इलाज संभव है। ऐसे में समय से समुचित इलाज बेहद जरूरी है। बीमारी का कारण आनुवांशिक, तनाव, पारिवारिक झगड़े व नशे की लत होती है। हालांकि समय से इलाज शुरू होने पर छह-सात माह में मरीज पूरी तरह ठीक हो सकता है।
बड़ी बीमारियों में शामिल-
चिकित्सकों ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्क्रिजोफ्रेनिया को युवाओं की सबसे बड़ी क्षमतानाशक बीमारी घोषित किया है। विश्व की 10 सबसे बड़ी अक्षम बनाने वाली बीमारियों में शामिल स्क्रिजोफ्रेनिया की चपेट में आने पर रोगी के साथ ही परिजनों की दिक्कत भी बढ़ जाती है।
जागरुक करेंगे-
स्क्रिजोफ्रेनिया बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए प्रति वर्ष २४ मई को स्क्रिजोफ्रेनिया दिवस मनाया जाता है। एसआरजी चिकित्सालय में सुबह १०बजे मनोरोग विभाग में शिविर आयोजित किया जाएगा।
डॉ. शकील अंसारी, विभागाध्यक्ष मनोरोग विभाग,जेएमसी, झालावाड़।
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