दीवार निर्माण में घटिया सामग्री उपयोग का आरोप
असनावर. उपखण्ड क्षेत्र के गांव गाडियाकुण्ड से आकोदिया के बीच बरसाती नाले की क्षतिग्रस्त पुलिया की दीवार निर्माण में ठेकेदार के घटिया सामग्री का उपयोग करने पर ग्रामीणों ने कार्यस्थल पर जाकर हंगामा कर निर्माण रोक दिया।
ग्रामीण निवासी मुकेश कुमार मीणा ने बताया कि गत मानसून में बरसाती नाले की पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिसके बाद बाढ़ राहत कोष से मंजूर हुए करीब 6 0 हजार रुपए से पुलिया की दीवारों का पुनर्निर्माण किया जाना है, लेकिन ठेकेदार काली रेत की जगह क्रेशर डस्ट का उपयोग कर रहा है। नाराज ग्रामीणों ने सुबह हंगामा कर दिया। भीड़ ने नाले की निर्माणाधीन दीवार के पत्थर गिरा दिए। ग्रामीणों की सूचना पर सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता दिनेश धाकड़ ने मौका मुआयना किया। सहायक अभियंता ने बताया कि ठेकेदार को गुणवत्तापूर्ण कार्य करने व काली रेत का उपयोग करने के लिए पाबन्द कर दिया है। हंगामा करने वालों में जगदीश, दुगालज़ल, जितेन्द्र, मुकेश मीणा, गणेश मीणा, भोजराज, ममोज, लखन, विनोद, बंटी, रमेश व अन्य कई ग्रामीण शामिल रहे।
असनावर. उपखण्ड क्षेत्र के गांव गाडियाकुण्ड से आकोदिया के बीच बरसाती नाले की क्षतिग्रस्त पुलिया की दीवार निर्माण में ठेकेदार के घटिया सामग्री का उपयोग करने पर ग्रामीणों ने कार्यस्थल पर जाकर हंगामा कर निर्माण रोक दिया।
ग्रामीण निवासी मुकेश कुमार मीणा ने बताया कि गत मानसून में बरसाती नाले की पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिसके बाद बाढ़ राहत कोष से मंजूर हुए करीब 6 0 हजार रुपए से पुलिया की दीवारों का पुनर्निर्माण किया जाना है, लेकिन ठेकेदार काली रेत की जगह क्रेशर डस्ट का उपयोग कर रहा है। नाराज ग्रामीणों ने सुबह हंगामा कर दिया। भीड़ ने नाले की निर्माणाधीन दीवार के पत्थर गिरा दिए। ग्रामीणों की सूचना पर सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता दिनेश धाकड़ ने मौका मुआयना किया। सहायक अभियंता ने बताया कि ठेकेदार को गुणवत्तापूर्ण कार्य करने व काली रेत का उपयोग करने के लिए पाबन्द कर दिया है। हंगामा करने वालों में जगदीश, दुगालज़ल, जितेन्द्र, मुकेश मीणा, गणेश मीणा, भोजराज, ममोज, लखन, विनोद, बंटी, रमेश व अन्य कई ग्रामीण शामिल रहे।
जानलेवा हमले के आरोपियों को दस वर्ष की सजा
झालावाड़. जिला एवं सेशन न्यायाधीश अतुल कुमार सक्सेना ने जानलेवा हमले के चार साल पुराने में मामले में दो आरोपियों को दस वर्ष के साधारण कारावास की सजा सुनाई। लोक अभियोजक सुनील गुप्ता ने बताया कि फरियादी राधाकिशन बागरी निवासी सारोला ने पर्चा बयान में बताया कि वह खेत हंकवाने के लिए ट्रेक्टर लेकर गया था। इसी दौरान उस पर महेन्द्र कुमार मीणा व कल्याण मीणा ने जान से मारने की नीयत से धारदार हथियार से हमला कर दिया। दोनों के बीच खेत से पाइल हटाने को लेकर झगड़ा हुआ था। इस मामले में26 दस्तावेज व 18 गवाहों के बयान लेकर बुधवार को दोनों आरोपियों को 10 वर्ष की सजा सुनाई।
झालावाड़. जिला एवं सेशन न्यायाधीश अतुल कुमार सक्सेना ने जानलेवा हमले के चार साल पुराने में मामले में दो आरोपियों को दस वर्ष के साधारण कारावास की सजा सुनाई। लोक अभियोजक सुनील गुप्ता ने बताया कि फरियादी राधाकिशन बागरी निवासी सारोला ने पर्चा बयान में बताया कि वह खेत हंकवाने के लिए ट्रेक्टर लेकर गया था। इसी दौरान उस पर महेन्द्र कुमार मीणा व कल्याण मीणा ने जान से मारने की नीयत से धारदार हथियार से हमला कर दिया। दोनों के बीच खेत से पाइल हटाने को लेकर झगड़ा हुआ था। इस मामले में26 दस्तावेज व 18 गवाहों के बयान लेकर बुधवार को दोनों आरोपियों को 10 वर्ष की सजा सुनाई।
-अतिक्रमण की शिकायत
झालरापाटन. एसटीसी मार्ग क्षेत्र के नागरिकों ने नगरपालिका अधिशासी अधिकारी को ज्ञापन देकर मालियों के मंदिर के पीछे स्थित गली में अतिक्रमण की शिकायत की है।
एसटीसी मार्ग निवासी आशुतोष कुमार गौतम की अगुवाई में दिए ज्ञापन में बताया कि मालियों के मंदिर के पीछे स्थित गली पहले से ही कॉफी सिकुड़ी हुई है, इसके बावजूद कुछ लोग सरकारी भूमि व नाली पर अतिक्रमण कर पक्का निर्माण करा रहे हैं, जिससे यह गली और सकरी होती जा रही है। इस कारण स्थानीय लोगों को वाहन लाने ले जाने व निकलने में ही परेशानी आने लगी है। इसलिए गली को अतिक्रमण से मुक्त
कराया जाए।
झालरापाटन. एसटीसी मार्ग क्षेत्र के नागरिकों ने नगरपालिका अधिशासी अधिकारी को ज्ञापन देकर मालियों के मंदिर के पीछे स्थित गली में अतिक्रमण की शिकायत की है।
एसटीसी मार्ग निवासी आशुतोष कुमार गौतम की अगुवाई में दिए ज्ञापन में बताया कि मालियों के मंदिर के पीछे स्थित गली पहले से ही कॉफी सिकुड़ी हुई है, इसके बावजूद कुछ लोग सरकारी भूमि व नाली पर अतिक्रमण कर पक्का निर्माण करा रहे हैं, जिससे यह गली और सकरी होती जा रही है। इस कारण स्थानीय लोगों को वाहन लाने ले जाने व निकलने में ही परेशानी आने लगी है। इसलिए गली को अतिक्रमण से मुक्त
कराया जाए।