script

4 माह से अनदेखी, नहरों से व्यर्थ बह रहा पानी!

locationझालावाड़Published: Jan 09, 2020 03:59:43 pm

Submitted by:

arun tripathi

भीमसागर बांध के पांच गेट से भी रिसाव

4 माह से अनदेखी, नहरों से व्यर्थ बह रहा पानी!

भीमसागर बांध के पांच गेट से भी रिसाव

भीमसागर. बांध का पूर्ण भराव होने के साथ ही डाउनस्ट्रीम से गुजर रही उजाड़ नदी में काफी समय तक कीपानी निकासी से भूमि का जलस्तर ऊपर है। बांध से बाईं व दाईं मुख्य नहरों में सिंचाई के लिए लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, लेकिन नहरों के साथ ही माइनरों व वितरिकाओं में लगातार हो रहे रिसाव एवं बाईं कैनाल में मुख्य हैड नहर के गेट के पास ही बांध के पार्क में भारी मात्रा में लगातार रोजाना सैकड़ों क्यूसैक पानी बह कर उजाड़ नदी में बह रहा है। वहीं क्षेत्र में पर्याप्त बारिश होने से किसान भी बह रहे पानी का उपयोग नहीं कर रहे हंै। भीमसागर बांध के बाईं मुख्य नहर में जल संसाधन विभाग की अनदेखी से नहर में रिसाव हो रहा है, इससे रोजाना हजारों क्यूसैक पानी उजाड़ नदी में बह रहा है। विभाग का इस ओर कोई ध्यान नहीं होने से पानी व्यर्थ ही बह रहा है, अगर यही पानी बांध में शेष बचता तो किसानों समेत पेयजल के लिए उपयोगी साबित हो सकता है।
नुकसान हो रहा
बांध के पांच गेट से बारिश के बाद से लगातार 4 महीनों से व्यर्थ पानी बह रहा है। इसका भी इस वक्त कोई उपयोग नहीं हो रहा है। यह व्यर्थ पानी बह कर वैसे ही उजाड़ नहीं में जा रहा है। लगातार गेटों से रिसाव होने से काफी नुकसान हो रहा। बांध का जलस्तर लगातार घट रहा है। बांध के गेटों की रबर सील कटी होने से रिसाव रुक नहीं रहा। वहीं इस मामले को विभाग अनदेखा कर के चुपी साधे है।
-इन स्थानों पर व्यर्थ बह रहा पानी
बांध की बाईं कैनाल के मुख्य हैड पर गेट के पास ही भारी मात्रा में पानी बहकर उजाड़ नदी में गिर रहा है। वहीं मन्दिर के पास में कैनाल से व्यर्थ पानी नाले में बहकर नदी में जा रहा इसका कोई उपयोग नहीं हो रहा है।
-किसान नाराज
बांध के गेटों समेत नहरों से रिसाव होकर व्यर्थ बह रहे पानी की वजह से किसान भी काफी नाराज है। किसान छीतरलाल माली, भीमराज नागर, बृजराज, सुरेन्द्र ने बताया कि इस मामले को लेकर बैठकों में भी अवगत कराया था, उस वक्त भी समाधान नहीं होने से हजारों क्यूसेक पानी व्यर्थ बहकर उजाड़ नदी में जा रहा है, इसका कोई उपयोग नहीं निकल रहा है। विभाग इसके रोकथाम के जल्द उपाय करें।
-किसानों को पर्याप्त पानी मार्च तक मिलेगा। बांध के गेटों की रबर सील कटी होने की वजह से दिक्कत आ रही है, वैसे गेटों से पानी तोडऩा ही है, गर्मी के वक्त गेटों की मरम्मत कार्य कराना है। बांध में पानी पर्याप्त है।
सतीश गर्ग, सहायक अभियंता, जल संसाधन विभाग भीमसागर बांध
ग्रामीणों ने किया हंगामा
दीवार निर्माण में घटिया सामग्री उपयोग का आरोप
असनावर. उपखण्ड क्षेत्र के गांव गाडियाकुण्ड से आकोदिया के बीच बरसाती नाले की क्षतिग्रस्त पुलिया की दीवार निर्माण में ठेकेदार के घटिया सामग्री का उपयोग करने पर ग्रामीणों ने कार्यस्थल पर जाकर हंगामा कर निर्माण रोक दिया।
ग्रामीण निवासी मुकेश कुमार मीणा ने बताया कि गत मानसून में बरसाती नाले की पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिसके बाद बाढ़ राहत कोष से मंजूर हुए करीब 6 0 हजार रुपए से पुलिया की दीवारों का पुनर्निर्माण किया जाना है, लेकिन ठेकेदार काली रेत की जगह क्रेशर डस्ट का उपयोग कर रहा है। नाराज ग्रामीणों ने सुबह हंगामा कर दिया। भीड़ ने नाले की निर्माणाधीन दीवार के पत्थर गिरा दिए। ग्रामीणों की सूचना पर सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता दिनेश धाकड़ ने मौका मुआयना किया। सहायक अभियंता ने बताया कि ठेकेदार को गुणवत्तापूर्ण कार्य करने व काली रेत का उपयोग करने के लिए पाबन्द कर दिया है। हंगामा करने वालों में जगदीश, दुगालज़ल, जितेन्द्र, मुकेश मीणा, गणेश मीणा, भोजराज, ममोज, लखन, विनोद, बंटी, रमेश व अन्य कई ग्रामीण शामिल रहे।
जानलेवा हमले के आरोपियों को दस वर्ष की सजा
झालावाड़. जिला एवं सेशन न्यायाधीश अतुल कुमार सक्सेना ने जानलेवा हमले के चार साल पुराने में मामले में दो आरोपियों को दस वर्ष के साधारण कारावास की सजा सुनाई। लोक अभियोजक सुनील गुप्ता ने बताया कि फरियादी राधाकिशन बागरी निवासी सारोला ने पर्चा बयान में बताया कि वह खेत हंकवाने के लिए ट्रेक्टर लेकर गया था। इसी दौरान उस पर महेन्द्र कुमार मीणा व कल्याण मीणा ने जान से मारने की नीयत से धारदार हथियार से हमला कर दिया। दोनों के बीच खेत से पाइल हटाने को लेकर झगड़ा हुआ था। इस मामले में26 दस्तावेज व 18 गवाहों के बयान लेकर बुधवार को दोनों आरोपियों को 10 वर्ष की सजा सुनाई।
-अतिक्रमण की शिकायत
झालरापाटन. एसटीसी मार्ग क्षेत्र के नागरिकों ने नगरपालिका अधिशासी अधिकारी को ज्ञापन देकर मालियों के मंदिर के पीछे स्थित गली में अतिक्रमण की शिकायत की है।
एसटीसी मार्ग निवासी आशुतोष कुमार गौतम की अगुवाई में दिए ज्ञापन में बताया कि मालियों के मंदिर के पीछे स्थित गली पहले से ही कॉफी सिकुड़ी हुई है, इसके बावजूद कुछ लोग सरकारी भूमि व नाली पर अतिक्रमण कर पक्का निर्माण करा रहे हैं, जिससे यह गली और सकरी होती जा रही है। इस कारण स्थानीय लोगों को वाहन लाने ले जाने व निकलने में ही परेशानी आने लगी है। इसलिए गली को अतिक्रमण से मुक्त
कराया जाए।

ट्रेंडिंग वीडियो