इसी दौरान मेरे पार्टनर के पिताजी की तबियत खराब होने से उनके गोली-दवाई की पूछने लग गए। वो रायपुर गुरुद्वारे के पास खड़े थे हम उनके हालचाल पूछने के लिए वहां रूक गए। वहां एक एक परिचित पहले से बैठे थे। दोनों बुजुर्गों को 2 लाख रुपए से भरा बैग संभलाकर मैं व मेरा पार्टनर दोनों टॉयलेट करने मुश्किल से 50 फीट दूर खाली प्लाट में गए थे। जब तक हम आते इतने में एक 13-14 साल का लड़का आया ओर बैग उठाकर भाग गया। बुजुर्ग चिल्लाए हम आए इतनी देर में लड़का वहां से ओझल हो गया। हमने पिछा भी किया लेकिन उनका कोई पता नहीं चला। हम बिंदा,बोरदा से लहुसन का भुगतान करते हुए आ रहे थे। घटना की रायपुर थाने में मैंने रिपोर्ट भी दर्ज करवा दी है।
कर रहे थे रैकी- शिक्षक शेरखान ने बताया कि बैंक व अन्य दुकानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो उसमें तीनचार बड़े व एक नाबालिग बच्चा रैकी करते हुए नजर आया। जिसमें एक बड़े आदमी की शक्ल स्पष्ट रूप से पहचान में आ रही है। इससे लगता है कि ये बड़ा गिरोह हो सकता है। ये लोग हमारे पीछे बैंक से ही लग गए थे। अगर मैं बैग नहीं रखता तो हो सकता ये हमसे रास्ते में बैग छीनकर भागते। मेरे बैग में ड्राइविंग लाइसेंस, चैकबुक, बैंक डायरी, रकम के अलावा एटीएम कार्ड आदि थे।
आरोपियों की तलाश कर रहे – शिक्षक की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर बैंक व दुकानों के सीसीटीवी फुटेज देखे है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश कर रहे हैं, संभावित स्थानों पर नाकाबंदी भी करवा दी है। शिक्षक के बैग में दो लाख रुपए थे।
महावीर प्रसाद भार्गव, थाना प्रभारी रायपुर।