यदि घोटाला मिला तो वेतन से कटौती
इस दौरान जिलाधिकारी ने 13 मई को ली गई बैठक में दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा की। साथ ही धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर स्ट्रीट लाइटों को सुधारा जाए। रात्रि भ्रमण के दौरान कई क्षेत्र में अंधेरा था, यह उचित नहीं है। उन्होंने निर्देश दिए कि रैन बसेरा का निरीक्षण किया जाए। कितने लोग रह रहे हैं, जानकारी लें। यदि कोई घोटाला मिला तो संबंधित के वेतन से कटौती की जाएगी। उन्होंन कहा कि भ्रमण के समय यदि कोई गरीब, असहाय मिलता है, तो उसे रैन बसेरा में आश्रय दिया जाए। यदि कोई जनमानस हताहत होता है तो कार्रवाई की जाएगी।
गौआश्रय स्थल की बाउंड्रीवाल के लिए एक माह का समय
इस मौके पर जिलाधिकारी ने गौआश्रय स्थलों से संबंधित कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने कान्हा उपवन में अस्थाई गौ आश्रय स्थल बनाए जाने व अन्ना पशुओं के लिए चारा-पानी की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए। साथ ही जिलाधिकारी ने आश्रय स्थल की बाउंड्रीवाल न बनने पर मुख्य अभियंता को फटकार लगाते हुए एक महीने में बाउंड्रीवाल बनवाए जाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर अपर नगर आयुक्त शादाब असलम, अपर नगर आयुक्त अरुण कुमार गुप्ता, अपर नगर आयुक्त रोहन सिंह व मुख्य अभियंता लक्ष्मीनारायण सहित अन्य अफसर भी मौजूद रहे।