तकनीकी जानकारियां भी दी जाएंगी पुलिस अफसरों का कहना है कि प्रदेश से अपराध और अपराधियों का खात्मा करने के लिए पुलिस अपने को अपडेट करने में जुटी है। प्रदेश की कानून व्यवस्था को सुदृढ़ रखने के लिए तमाम तरीके अपनाए जा रहे हैं। इन्हीं में अब एक नया तरीका ट्रेनिंग को लेकर निकाला गया है। पीटीएस में पुलिसकर्मियों को कमांडो जैसा माहौल दिया जाएगा। उसमें ढलने के लिए पीटीएस में दिन-ब-दिन आधुनिक सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। तकनीकी ज्ञान के साथ पुलिसकर्मियों को बेहतर ढंग से हथियार चलाने के तौर-तरीके भी सिखाए जाएंगे।
यह दिया जाएगा प्रशिक्षण पीटीएस में ट्रेनिंग लेने वाले पुलिसकर्मियों को बगैर हथियार अपराधियों से टक्कर लेने, आतंकवादियों का सामना करने, अत्याधुनिक हथियार चलाने, साइबर हैकरों को पकड़ने, विकट परिस्थितियों में रेस्क्यू करने, किसी बिल्डिंग पर रस्सियों के सहारे चढ़ने व उतरने, हेलीकॉप्टर से रस्सा पकड़कर नीचे कूदने, जंगल में घुसकर गोरिल्ला की तरह वार करने आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
बगैर हथियार कैसे होगा वार जानकारों का मानना है कि भले ही पुलिस आधुनिकता की सीढ़ी पर चढ़ रही हो, लेकिन बदलते जमाने के साथ-साथ खाकी के पास अभी तक अत्याधुनिक हथियारों का अभाव है। इस स्थिति में पुलिस कैसे नए तरीके का प्रशिक्षण देगी? यदि ट्रेनिंग स्कूलों में हथियार आधुनिक हो गए तो फिर धरातल पर भी आधुनिक हथियारों की जरूरत होगी, जो पुलिस के पास नहीं हैं। इसलिए ट्रेनिंग के साथ आधुनिक हथियार उपलब्ध करना भी बेहद जरूरी है।