प्रचार मंत्री चाहिए या प्रधानमंत्री
इस अवसर पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभा में मौजूद भीड़ से सवाल किया कि देश के लिए प्रचार मंत्री चाहिए या प्रधानमंत्री? वह तो टीवी पर ही दिखाई देते हैं। ये नए तरह का भ्रष्टाचार है। कितनी भी बड़ी घटना हो जाए, उसे दिखाने के बजाए टीवी उन्हीं को दिखाते रहते हैं। इनसे सावधान रहने की जरूरत है। वहीं, अखिलेश ने मीडिया पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि अगर उन्हें दिखाने से समय मिले, तो हमें भी दिखा दिया करो।
उतर गया चाय का नशा
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पीएम पर हमला बोलते हुए कहा कि 2014 में चाय वाले बनकर आए थे। न जाने चाय में क्या मिलाया था? वहीं उन्होंने जनसभा में जुटी भीड़ से पूंछा कि अब तो चाय का नशा उतर गया? अब तो सपा को वोट देंगे? वहीं, उन्होंने देश की सुरक्षा संबंधी पीएम के दावे पर भी कहा कि देश भाजपा से नहीं, सेना के कारण सुरक्षित है। जब तक हमारी फौज सुरक्षित है, देश सुरक्षित है।
योगी को दिए नए नाम, बाबा और ठोकीदार
सपा अध्यक्ष ने इस जनसभा में सीएम योगी को दो नए नामों से पुकारा, बाबा और ठोकीदार। फिर दोनों ही शब्दों पर जमकर तंज भी कसे। उन्होंने कहा कि पुलिस जनता को ठोक रही है। जनता पुलिस को ठोक रही है। यही कल्चर अब भाजपा में भी पहुंच गया है। वहां सांसद अपने ही विधायक को ठोक रहा है। वहीं, उन्होंने बाबा शब्द को लेकर सीएम योगी और झांसी की सांसद रहीं केंद्रीय मंत्री उमा भारती पर जमकर तीर छोड़े।
युवाओं को दिया सुरक्षा बलों में भर्ती का नया फार्मूला
इस अवसर पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकारों पर किसान, महिलाओं और नौजवानों आदि के मामले अनदेखी करने का आरोप लगाया। वहीं, उन्होंने सुरक्षा बलों में भर्ती का नया फार्मूला भी युवाओं के सामने पेश किया। उन्होंने कहा कि अगर उनकी सरकार आई, तो दो-दो परीक्षाएं देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। 10वीं व 12वीं के नंबरों को जोड़ो और दौड़ लगाओ, बस हो जाएगी सीधे भर्ती। वहीं उन्होंने भाजपाइयों की सरकार को जुमेलबाजों की सरकार बताया।
भाजपा बताए- कहां पर यादव डीएम व एसपी हैं
इस दौरान सपा अध्यक्ष ने भाजपा पर सबसे बड़ी जातिवादी पार्टी होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपाई बताएं कि प्रदेश में कहां-कहां पर डीएम और एसपी यादव हैं? वहीं उन्होंने कहा कि तमाम जातियां हैं, जिनको आबादी के हिसाब से हिस्सेदारी नहीं मिल पा रही है। इन उपेक्षित सभी जातियों को विभिन्न क्षेत्रों में आबादी के हिसाब से हिस्सेदारी दिलाने का काम किया जाएगा।