जीवन में बदलाव लाने में सक्षम है कला इस कार्यक्रम का आयोजन ललित कला संस्थान में समन्वयक डा. श्वेता पांडेय के निर्देशन में किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने प्रख्यात चित्रकार अमृता शेरगिल की याद में कला प्रदर्शनी लगाई। इस कार्यक्रम का उद्घाटन बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. सुनील काबिया ने किया। इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों की कला कृतियों की जमकर सराहना की। इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में इस संस्थान के विद्यार्थी अच्छे कलाकार के रूप में खुद को स्थापित करेंगे और संस्थान का नाम करेंगे। उन्होंने कहा कि कला ही एक ऐसा माध्यम है, जो व्यक्ति के जीवन में गुणात्मक सुधार लाने में सक्षम है। उन्होंने विद्यार्थियों से पूरे मनोयोग से कला साधना जारी रखने का भी आह्वान किया। उन्होंने सभी विद्यार्थियों की कृतियों का भी अवलोकन किया।
स्टूडेंट्स की कला कृतियों को सबने सराहा इस मौके पर जनसंचार संस्थान एवं पत्रकारिता संस्थान के उमेश शुक्ल ने भी विद्यार्थियों की कृतियों की सराहना करते हुए उनके
मंगल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि अपने कार्य के प्रति सच्ची लगन ही सफलता के द्वार पर लाकर खड़ा कर देती है। इसके लिए जरूरी है कि विद्यार्थी पूरे मनोयोग और तत्परता से कला साधना में जुटे रहें। जरूर वह एक दिन कामयाब होंगे। इस अवसर पर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जनसंचार एवं पत्रकारिता संस्थान के प्रमुख डा. सी पी पैन्यूली ने भी विद्यार्थियों की हौसला अफजाई की।
ये लोग रहे उपस्थित इस कार्यक्रम में जयराम कुटार, राघवेंद्र दीक्षित, दिनेश कुमार प्रजापति, वीरेंद्र कुमार और कमलेश कुमार समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।