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राष्ट्रीय पोषण माह में किया जागरूक, बताया- कब और कैसे धोएं हाथ

locationझांसीPublished: Sep 13, 2018 06:32:49 pm

Submitted by:

BK Gupta

राष्ट्रीय पोषण माह में किया जागरूक, बताया- कब और कैसे धोएं हाथ

awareness program for hand wash in jhansi

राष्ट्रीय पोषण माह में किया जागरूक, बताया- कब और कैसे धोएं हाथ

झांसी। जिले के स्कूलपुरा आंगनबाड़ी केंद्र पर राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत बच्चों, गर्भवती महिलाओं और धात्री महिलाओं में व्याप्त कुपोषण को दूर करने के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिका द्वारा जागरूकता रैली निकाली गई। इसके साथ ही हाथ धोने के लिए भी प्रेरित करते हुए स्वच्छता पर जोर दिया गया। इस रैली के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं बच्चों ने भाग लेते हुये लोगों को कुपोषण को दूर करने के लिए “पूरा पोषण पूरा प्यार हर बच्चे का है अधिकार’’ नारा दिया गया। इस दौरान बताया गया कि हाथों को कब और कैसे धोना चाहिए।
कब और कैसे धोएं हाथ
इसके साथ हेमंती देवी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने केंद्र पर उपस्थित बच्चों की माताओं को स्वच्छता अभियान के तहत हाथ कब और कैसे धोना चाहिए उसके बारे में जागरूक किया। उन्होंने बताया कि सभी व्यक्तियों को स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छता बहुत जरूरी हैं, क्योंकि स्वच्छ जीवन शैली एवं संतुलित आहार ही व्यक्ति को कुपोषण और बीमारियों से बचाता हैं। उन्होंने महिलाओं को प्रेरित करते हुये बताया कि वह अपने बच्चों को हाथ धो कर खाना खिलाने की आदत डालें, जिससे दस्त एवं निमोनिया जैसी बीमारियों से बच्चों को बचाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि एकीकृत बाल विकास सेवा योजना के अंतर्गत चलाये जा रहे इस अभियान का मुख्य उद्देश्य 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों में कुपोषण की दर में कमी लाना, माताओं को बच्चों की देखभाल में सक्षम बनाना, किशोरियों व महिलाओं में एनीमिया की दर में कमी लाना तथा बच्चों को विभिन्न बीमारियों से बचाव करके शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है।
ये छह तरीके हैं हाथ धोने के
इस अवसर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता त्रिवेणी देवी ने स्वच्छता अभियान के अंतर्गत बच्चों एवं महिलाओं को हाथ धोने के 6 तरीके जैसे- अंगुली, उल्टा, सीधा, मुट्ठी, नाखून, कलाई तरीके करके दिखाया और साथ ही बच्चों से भी करवाया। उन्होंने यह भी बताया कि हाथ धोने के बाद किसी भी कपड़े से हाथ को नहीं पोछना है। हाथ को ऐसे ही ऊपर करके सुखाना हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि बच्चों को खाना खिलाने के पहले, खाना बनाने के पहले तथा शौच के बाद हाथ साबुन से अवश्य धोने चाहिए, क्योंकि बीमारियों की जड़ कहीं न कहीं अस्वच्छता के कारण होती हैं, जिससे बच्चों को कई बीमारियां खासतौर से दस्त बीमारी हो जाती है। इसके लिए सभी को व्यक्तिगत साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने माताओं को बच्चे के खान-पान के बारे में भी बताया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत आंगनबाड़ी सखियां हेमंती, त्रिवेणी, गीता, कामता और सीताबाई मौजूद रहीं।

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