चुनाव लड़ने के प्रभावित होगा आंदोलन गौरतलब है कि कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रणजीत सिंह जूदेव ने बुंदेलखंड राज्य के लिए लंबे समय से आंदोलन चला रहे बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानुसहाय का नाम कांग्रेस के लिए संभावित अच्छे उम्मीदवारों की सूची में शामिल करके पार्टी हाईकमान के पास भेजा था। इसकी जानकारी लगते ही भानुसहाय ने अपने आपको चुनावी राजनीति से अलग करते हुए कहा कि जिस तरह से मेरा नाम झांसी ललितपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में प्रस्तावित किया है, उसके लिए मैं तहेदिल से शुक्रगुजार हूं। मैं कांग्रेस पार्टी का एक छोटा सा निष्ठावान सिपाही हूं और रहूंगा। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि उन्होंने खुद को बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण के लिए समर्पित कर दिया है। राज्य निर्माण हमारी पहली प्राथमिकता हैं। चुनाव आएंगे और जाएंगे। यदि हम चुनाव में गए तो हमारा राज्य निर्माण का आंदोलन प्रभावित होगा। राज्य निर्माण की लड़ाई को मैं राजनीति से ऊपर लेकर चल रहा हूं। बुन्देलखण्ड अभी भूख से बिलख रहा है। बेरोजगार पलायन कर रहे हैं। आजादी के बाद भी यह इलाका ऐसा है जहां के लोग तरक्की से कटे हुए हैं। यहां के लोगों को हक सिर्फ अलग राज्य निर्माण के बाद ही संभव है। ये काम अभी अधूरा है और लड़ाई काफी संघर्षपूर्ण। लिहाजा अभी चुनाव लड़ने का कोई विचार नहीं है।
बुंदेलखंड राज्य की लड़ाई जारी रहेगी बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानु सहाय ने कहा कि वह बुन्देलखण्ड प्रान्त निर्माण की लड़ाई को जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि मैं जनता से यह भी अपील करना चाहूंगा कि जो भी राजनीतिक दल बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण के लिए खुलकर घोषणा करें हमें उसका साथ देने में कोई परहेज न होना चाहिए और जिन्होंने बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण पर वादा खिलाफी की, उनको भी यहां के बुन्देलखण्डी मतदाताओं से सबक मिले।