पूर्व ब्लॉक प्रमुख और सपा नेता लेखराज सिंह के खिलाफ पिछले दिनों रानीपुर नगर पंचायत के पार्षद और भाजपा नेता प्रदीप गुप्ता ने रंगदारी मांगने का केस दर्ज कराया था। प्रदीप गुप्ता का कहना है कि अभी तक लेखराज सिंह की गिरफ़्तारी नहीं हुई है जबकि वह हिस्ट्रीशीटर है और उस पर तमाम मुकदमे दर्ज है। प्रदीप गुप्ता का कहना है कि मुकदमा वापस लेने का दवाब बनाया जा रहा है। पुलिस की अब तक की कार्रवाई से वे संतुष्ट नहीं हैं और अपनी हत्या की आशंका जताई है। प्रदीप का कहना है कि मुकदमा दर्ज कराने के बाद उन्हें कार्रवाई की उम्मीद थी लेकिन पुलिस खुद आरोपी से मिली थी। कोतवाली प्रभारी के पद पर नए अफसर को भेजा गया है लेकिन किसी कार्रवाई का अभी भी इन्तजार है।
इस मामले में दिलचस्प पहलू यह है कि दो दिन पहले स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिखकर भाजपा विधायक राजीव सिंह की सुरक्षा बढ़ाने और जिलाध्यक्ष संजय दुबे को सुरक्षा देने की मांग की थी। उमा भारती ने चिट्ठी में लिखा है कि उनके कहने पर ये दोनों नेता पुलिस को लेखराज सिंह पर कार्रवाई के लिए प्रेरित कर रहे थे। दूसरी ओर चार दिन पहले राज्यसभा सांसद डॉ चंद्रपाल सिंह यादव ने पुलिस कप्तान को ज्ञापन देकर लेखराज सिंह को निर्दोष बताते हुए उन पर दर्ज मुकदमे को फर्जी बताया था।