मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने दिए चुनाव प्रक्रिया में बड़े बदलाव के संकेत
झांसी। भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओ पी रावत ने यहां चुनाव प्रक्रिया में बड़े बदलाव के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि चुनाव में धन की संलिप्तता को रोके जाने के लिए निर्वाचन आयोग प्रयासरत है। तकनीकी के माध्यम से चुनाव में मनी ट्रांसफर को भी रोके जाने की तैयारी की जा रही है। वह यहां सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत फोटोयुक्त मतदाता सूची व एपिक-जेंडर रेशियो की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि निर्वाचन कार्य बेहद संवेदनशील है। इसमें सतर्कता व सावधानी बरती जाना आवश्यक है। निर्वाचन कार्यों में कार्यरत समस्त आउटसोर्सिंग पर्सन का पुलिस वैरीफिकेशन करा लिया जाए। साथ ही शपथ पत्र ले लिए जाएं, ताकि गड़बड़ी करने पर उनके खिलाफ एक्शन लिया जा सके।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त को समस्याएं बताईं
बैठक में एसडीएम सदर ने ईआरओ वर्जन-2 में आ रही समस्याओं से मुख्य निर्वाचन आयुक्त को अवगत कराया। उन्होंने तुरंत ही ईआरओ को पुनः प्रशिक्षित किए जाने का सुझाव दिया और यह निर्देश दिए कि जब तक सभी ईआरओ पारंगत न हो जाएं, उन्हें छोड़ा न जाए। उन्होंने कहा कि साफ्टवेयर डाटा नए वर्जन में सुरक्षित है। फीडिंग कार्य में सावधानी बरती जाए तथा प्राइवेटपर्सन को पासवर्ड आदि शेयर न करें।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त को दी जानकारी
इस मौके पर जिला निर्वाचन अधिकारी शिवसहाय अवस्थी ने बताया कि विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम की विशेष तिथियों में लगातार भ्रमण किया जा रहा है। स्कूलों में स्वीप के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। बच्चों को मोटीवेट किया जा रहा है कि अपने आसपास रहने वाले 18 वर्ष आयु पूर्ण करने वाले सभी का फार्म-6 अवश्य भरवाएं। उन्होंने बताया कि अभियान चलाकर दिव्यांग जनों को भी मतदाता सूची में शामिल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सेक्टर आफीसर क्षेत्र में भ्रमण कर बीएलओ के कार्यों का सत्यापन कर रहे हैं। साथी ही प्रत्येक बूथ की स्थिति का भी परिभ्रमण कर रिपोर्ट ली जा रही है। उन्होंने बताया कि लापरवाही बरतने वाले बीएलओ के विरुद्ध कार्रवाई भी की जा रही है।
ये अधिकारी रहे उपस्थित
इस मौके पर मंडलायुक्त श्रीमती कुमुदलता श्रीवास्तव, डीआईजी एसएस बघेल, एसएसपी विनोद कुमार सिंह, एसडीएम हरीशंकर व नगर मजिस्ट्रेट रामप्रकाश सिंह समेत अनेक अधिकारी मौजूद रहे।