scriptयूपी के नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी को पड़ा अटैक, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती | heart attack to leader of opposition ram govind chaudhary in jhansi | Patrika News

यूपी के नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी को पड़ा अटैक, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती

locationझांसीPublished: Nov 11, 2018 11:57:13 am

Submitted by:

BK Gupta

यूपी के नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी को पड़ा अटैक, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती

heart attack to leader of opposition ram govind chaudhary in jhansi

यूपी के नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी को पड़ा अटैक, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती

झांसी। मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव प्रचार में जाते समय समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी के नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी को झांसी के पास दिल का दौरा पड़ गया। इससे उनकी हालत गंभीर हो गई। आनन-फानन में उन्हें झांसी से करीब दस किलोमीटर की दूरी पर झांसी-खजुराहो मार्ग पर स्थित रामराजा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
आठ बार के विधायक हैं रामगोविंद
समाजवादी पार्टी के नेता राम गोविंद चौधरी आठ बार के विधायक हैं। उन्हें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का करीबी माना जाता है। गौरतलब है कि वह अखिलेश यादव के मुख्यमंत्रित्वकाल में बेसिक शिक्षा मंत्री रहे। इसके अलावा बाल विकास मंत्रालय का दायित्व उन्हें सौंपा गया था।
पहली बार 1977 में चुने गए थे
नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत छात्र राजनीति से की थी। पहली बार वह 1977 में चिलकहर विधानसभा सीट से जीतकर आए थे। इस बार वह बलिया के बंसदीह सीट से जीतकर आए हैं। जयप्रकाश नारायण और चंद्रशेखर के साथ इनके पास काम करने का अनुभव है। आपात काल में राम गोविंद चौधरी 1977 में जेल भी गए थे। मौजूदा समय में राम गोविंद चौधरी सबसे ज्यादा अनुभवी विधायक हैं। 1971-72 में बलिया के मुरली मनोहर टाउन महाविद्यालय से पढ़ाई के दौरान वह महामंत्री चुने गए और इसके बाद वह अध्यक्ष भी बने। छात्र राजनीति के बाद उन्होंने जेपी आंदोलन में अपनी भूमिका दी और छात्रों के लिए वह इस आंदोलन में कूदे। जब वह पहली बार चिलकहर से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे, उस समय वह चंद्रशेखर की जनता पार्टी के सदस्य थे। चंद्रशेखर को ही वह अपना राजनीतिक गुरु भी मानते हैं। फिर 2002 में जब वह समाजवादी जनता पार्टी से विधायक चुने गए तो उन्होंने मुलायम सिंह का दामन थामा और उनके साथ लंबे समय तक अपनी सियासी पारी को आगे बढ़ाया। बांसडीह से भी वह तीन बार विधायक रहे।

ट्रेंडिंग वीडियो