ठंड से बचने की जानकारी दें
जिलाधिकारी शिवसहाय अवस्थी ने निर्देश दिये कि सभी स्वास्थ्य केंद्र अपने यहां एक शेल्टर होम बनाएं, जिससे कि बढ़ती हुई ठंड के समय केंद्र पर आए तीमारदारों को सोने की जगह मिल सके। इसी के साथ ठंड से कैसे बचा जाए इसकी जानकारी हर एक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रदर्शित हो। जहां भी संस्थागत प्रसव हो रहे हैं वहां ब्लोअर की व्यवस्था करें। ज्यादा ठंड बढ़ने पर अलाव जलाने की भी व्यवस्था की जाए। वहीं आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत सभी जगह हेल्प डेस्क बनाई जाए।
निष्क्रिय आशाओं के निलंबन ने का निर्देश
इसके साथ ही बताया गया कि पिछली बैठक में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया था कि जो आशाएं अपने क्षेत्र में काफी समय से निष्क्रिय हैं उनकी एक सूची बनाई जाए। इसके फलस्वरूप इस बैठक में सर्वप्रथम वह सूची प्रदर्शित की, जिस पर जिलाअधिकारी ने कहा कि इन सभी आशाओं को लिखित रूप से व समाचार पत्र के माध्यम से सूचित किया जाए। यदि इनके द्वारा कोई जवाब न मिले तो इन सभी को इनकी सेवा से निलंबित कर दिया जाए। वहीं, दैनिक कार्यों के ऊपर डीएम ने बोला कि यदि प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र संस्थागत प्रसव, टीकाकरण और मौसमी बीमारियों, इन तीन बिन्दुओं पर सफलता प्राप्त कर ले तो स्वास्थ्य के सभी इंडिकेटर दुरुस्त हो जाएंगे। वहीं, किसी कार्यक्रम के सुचारु रूप से न चल पाने पर डीएम ने आदेश दिया कि सभी पहले अपने स्तर पर एक मीटिंग करें व कारणों का पता लगाकर उसपर कार्य योजना बनाकर कार्य करें। अगली बैठक में वह प्रत्येक व्यक्ति से कारणों के साथ उनके द्वारा किए गए प्रयासों के बारें में पूछेंगे।
सात जनवरी से चलेगा अभियान
इसके अलावा बैठक में डा॰ गर्ग, क्षयरोग नोडल अधिकारी ने बताया कि आगामी 7 जनवरी से क्षयरोग को खत्म करने के उद्देश्य से सक्रिय टीबी खोज अभियान का तीसरा चरण चलाया जाएगा। इस बैठक में नगर की सभी स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर चर्चा की गयी। वहीं सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों एवं योजनाओं की समीक्षा की गयी। इस बैठक में सभी अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, मुख्य चिकित्साधीक्षक (पुरुष एवं महिला), जिला कार्यक्रम प्रबन्धक (डीपीएमयू), जिला कुष्ठ रोग अधिकारी, जिला क्षय अधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी, जनपदीय यूनिसेफ सदस्य एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।