ये भी पढ़ें – लॉकडाउन में आटा मिलेगा 30 रुपए प्रति किलो, सरकार ने अन्य सभी खाद्य सामानों के भी तय किए दाम, देखें लिस्ट मृतक की बेटियों की मानें तो पिता खेती-किसानी करते थे। कम जोत होने के कारण गुजर बसर नहीं होता था इसलिए मजदूरी भी करते थे। लेकिन लॉकडाउन ने तो जैसी उनकी कमर ही तोड़ दी। उन्हें कोई काम नहीं मिल रहा था। खाने तक के लाले पड़ गए थे। इसलिए घर में झगड़े बढ़ने लगे। इसी बात पर शनिवार को लखन का पत्नी से झगड़ा हो गया। गुस्से में आकर लखन ने पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद कमरे में जाकर फांसी लगा ली। बेटियां जब तक कुछ समझ पातीं दोनों की मौत हो चुकी थी। चीख-पुकार सुनकर जुटे ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। थाना पुलिस का कहना है कि आर्थिक तंगी की वजह से पति-पत्नी में अक्सर झगड़ा होता था। काम धंधा न होने से लखन मानसिक तनाव में था।