‘इसीलिए सबसे अलग और उपयोगी है ये विषय, हर क्षेत्र में रोजगार के अवसर’
झांसीPublished: Sep 07, 2018 11:18:49 pm
‘इसीलिए सबसे अलग और उपयोगी है ये विषय, हर क्षेत्र में रोजगार के अवसर’
‘इसीलिए सबसे अलग और उपयोगी है ये विषय, हर क्षेत्र में रोजगार के अवसर’
झांसी। ‘‘मानव संसाधन प्रबन्ध समाज कार्य विषय का महत्वपूर्ण भाग है। समाज कार्य विषय में तकनीकी, प्रबन्धन, वैज्ञानिक ज्ञान के साथ-साथ मानवीय संवेदनाओं का अध्ययन भी कराया जाता है, अतएव अन्य विषयों की तुलना में समाज कार्य पाठ्यक्रम विद्यार्थियों के लिए अत्यन्त उपयोगी है।’’ उपरोक्त विचार बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झांसी के समाज कार्य विभाग द्वारा विभागीय सेमिनार कक्ष में नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए आयोजित दो दिवसीय पाठ्यक्रम अभिविन्यास के दूसरे दिन के मुख्य अतिथि हेडिलबर्ग कम्पनी के डिप्टी जनरल मैनेजर विश्वकान्त मिश्रा ने व्यक्त किये।
दुनिया भर में बढ़ी है स्वीकार्यता
समाज कार्य के स्नातक व परास्नातक नवप्रवेशित विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि विश्वकान्त मिश्रा ने कहा कि आज पूरे विश्व में समाज कार्य पाठ्यक्रम की स्वीकार्यता बढ़ी है। समाज कार्य व्यवसाय में विद्यार्थी को मानवीय मूल्यों, तकनीकी कौशल, कम्प्यूटर ज्ञान की जानकारी के साथ अपने कार्यक्षेत्र में परिवर्तन का दृष्टिकोण होना चाहिए। सत्र को सम्बोधित करते हुए ताराग्राम ओरछा के कार्यक्रम निदेशक चंदन मिश्रा ने कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी को हमेशा सुनने एवं क्रिया करने के लिए तत्पर रहना चाहिए। समाज कार्य के विद्यार्थियों के लिए समाज के प्रत्येक क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ बुन्देलखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों में व्याप्त सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के भी प्रयास करने चाहिए। उन्होंने विभिन्न क्रियाओं के माध्यम से विद्यार्थियों को बुन्देलखण्ड की समस्याओं पर भी चर्चा की।
सेफ जोन से निकलकर संघर्ष की क्षमता विकसित करें
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए प्रगति रथ संस्थान की डायरेक्टर डा. संध्या चौहान ने कहा कि विद्याथर्थियों को अपने सेफ जोन से बाहर निकल कर अपनी संघर्ष करने की क्षमता को विकसित करना चाहिए, क्योंकि समाज कार्य के विद्यार्थी समाज में उत्प्रेरक की भूमिका का निर्वाह करते हैं तथा सामाजिक परिवर्तन के संवाहक होते हैं। इस अवसर पर उन्होंने महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण सशक्तिकरण के विभिन्न आयामों पर भी जानकारी दी।
ये लोग रहे उपस्थित
कार्यशाला का संचालन डा. मुहम्मद नईम ने किया। स्वागत संस्थान की समन्वयक नेहा मिश्रा ने किया। बाद में आभार डा. यतीन्द्र मिश्रा ने व्यक्त किया। इस अवसर पर ताराग्राम के कार्यक्रम समन्वयक ओंकार गुप्ता, डा. अभिषेक भारद्वाज, श्रीमती गुंजा चतुर्वेदी सहित छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।