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धनतेरस पर किसानों को दिए धन कमाने के टिप्स, कहा- ये फसलें उगाएं, मिलेगा भरपूर अनुदान

locationझांसीPublished: Nov 05, 2018 05:12:30 pm

Submitted by:

BK Gupta

धनतेरस पर किसानों को दिए धन कमाने के टिप्स, कहा- ये फसलें उगाएं, मिलेगा भरपूर अनुदान

inspection of company bag baruasagar by commissioner jhansi

धनतेरस पर किसानों को दिए धन कमाने के टिप्स, कहा- ये फसलें उगाएं, मिलेगा भरपूर अनुदान

झांसी। धनतेरस पर किसानों को अच्छी आमदनी करने के फसलों संबंधी टिप्स दिए गए। यहां बरुआसागर स्थित औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र के भ्रमण दौरान मंडलायुक्त श्रीमती कुमुदलता श्रीवास्तव ने कहा कि किसानों को औषधीय व फलदान वृद्धों की खेती के लिए जागरूक किया जाए, ताकि कम लागत में उन्हें अधिक लाभ प्राप्त हो सके। जिले में तुलसी और ऐलोवेरा की खेती को प्रोत्साहन हेतु अनुदान भी किसानों को दिया जा रहा है। बस आवश्यकता है तो इस बात की उन्हें जागरूक किया जाए। वह लाभकारी खेती की ओर आकर्षित हो सकें। उन्होंने कहा कि किसानों को कम लागत की खेती की ओर आकर्षित करना होगा। किसान फलदार पौधों का यदि बाग लगाएं, तो लाभ अधिक होगा और नुकसान की गुंजाइश कम होगी।
ये सुझाव दिया
मंडलायुक्त ने केंद्र का भ्रमण करते हुए किन्नो के बगीचे को देखा। वहां उन्होंने संकलित फलदार पौधों कागजी नींबू, आम, अमरूद, बेर और बेलल जैसे पौधों की विभिन्न प्रजातियों को देखा। उन्होंने सुझाव दिया कि किसानों को मोटीवेट करें, कि वह फलदार पौधों का बगीचा लगाएं क्योकि यह प्रजातियां क्षेत्र की जलवायु और मिट्टी के लिए उपयोगी और लाभदायक हैं। उन्होंने बेर की प्रजातियों पर प्रसन्नता व्यक्त की।
ये मिलता है अनुदान
इस अवसर पर उपनिदेशक उद्यान भैरम सिंह ने बताया कि जिले में औषधीय खेती को प्रोत्साहित करने के लिए अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि तुलसी की खेती के लिए 131761 रुपये प्रति हेक्टेयर अनुदान है। इसके साथ ही एलोवीरा पर 18627 रुपये प्रति हेक्येयर का अनुदान किसानों को दिया जा रहा है। इस अवसर पर सिट्रस विशेषज्ञ डा.राजीव कुमार वर्मा ने हल्दी, अदरक आदि की विशेषताएं बताईं। साथ ही देश के विभिन्न राज्यों से लाए गए पौधों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान जिलाधिकारी शिवसहाय अवस्थी को बताया गया कि हाईवे के निर्माण से केंद्र को बहुत ज्यादा क्षति होने वाली है। उन्होंने बताया कि मार्ग के निर्माण से केंद्र की भूमि दो भागों में बंट जाएगी। साथ ही बड़े फलदान वृक्षों को भी क्षति होगी। इस पर जिलाधिकारी ने जल्द ही आवश्यक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया।

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