दोनों लोकों में है कल्याणकारी आर्यिका पूर्णमति माता ने कहा कि तीर्थों की रक्षा का सवाल हो या फिर प्रकृति के प्रकोप से पृथ्वी से बचाने का सवाल हो, दोनों का हल देव-शास्त्र गुरू के प्रति श्रद्धा, अहिंसा के आचरण में निहित है। दया से भीगा मन और सद् आचरण इस लोक और परलोक दोनों में कल्याणकारी है। प्रथम सत्र में मुख्य अतिथि राजकुमार जैन शिवपुरी, विशिष्ट अतिथि एस. के जैन अपर जिला न्यायाधीश छतरपुर, न्यायाधीश दिल्ली हाईकोर्ट विनोद जैन एवं एडीशनल कमिश्नर जी.एस.टी. आगरा. ए.के. जैन प्रेस कौंसिल आफ इण्डिया के सदस्य प्रदीप जैन रहे। अध्यक्षता उत्तरांचल तीर्थ क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष शैलेन्द्र जैन ने की। प्रथम सत्र में वक्ताओं ने भगवान आदिनाथ के अनुयायी हम सब एक हैं विषय पर व्याख्यान दिए।
ये की गई घोषणा इस अवसर पर मुख्य अतिथि राजकुमार जैन ने शिवपुरी में विद्यालय खोलने हेतु 5 एकड़ भूमि एवं 11 लाख रुपए प्रतिवर्ष दान की घोषणा की। अखिल बसंल ने वेदों का उल्लेख करते हुए प्रथम तीर्थकर आदिनाथ के पुत्र भरत चक्रवर्ती के नाम पर भारत का नाम उल्लेख किया। कमल हाथीशाह भोपाल के उच्च गुणवत्ता व संस्कारों से संबंधित शिक्षण केन्द्र खोले जाने की जरूरत बताई।
ये लोग रहे उपस्थित इस अवसर पर संदीप जैन, अजीत बंसल, डा. पदमचन्द्र जैन दिल्ली, सुभाष जैन, सत्यराज, संजय कर्नल, चक्रेश जैन आदि ने विचार व्यक्त किए। दूसरे सत्र में पृथ्वी बचाएं शाकाहार अपनाएं विषयक संगोष्ठी मुख्य अभियन्ता गंगा सफाई प्रोजेक्ट लखनऊ के मुख्य आतिथ्य एवं एससी जैन, एस.टी.पी. डब्ल्यू.डी. की अध्यक्षता में हुआ। इसमें राजाराम जैन, विकास जैन बानपुर, आशीष जैन भिण्ड, मंयक जैन मंगलायतन विश्वविद्यालय अलीगढ़ एवं ब्रह्मचारिणी बहन ऋतु दीदी ने अहिंसा व शाकाहार की खूबियों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर रिषभ जैन, अमित प्रधान, अशोक क्रांतिकारी, घनश्याम जैन, रामकुमार जैन, ज्ञानचन्द्र जैन, राकेश जैन, शान्त कुमार जैन, श्रीमती प्रेमबाई जैन, रश्मि जैन, राखी जैन, चेतना जैन आदि उपस्थित रहे। संचालन तीर्थ क्षेत्र कमेटी के महामंत्री प्रवीण कुमार जैन, मंगलाचरण सौरभ जैन व आभार ज्ञापन संकल्प जैन अलीगढ़ ने किया।