उधर, जालौन संसदीय सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय है। इस सीट पर भाजपा से चार बार सांसद चुने गए भानु वर्मा चुनाव मैदान हैं, तो उनके मुकाबले में सपा से गठबंधन के तहत बसपा प्रत्याशी अजय कुमार उर्फ पंकज सिंह चुनाव मैदान में हैं। इसके अलावा कभी बसपा से लोकसभा सदस्य और राज्यसभा सदस्य रहे बृजलाल खाबरी अब कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं।
ऐसे हैं झांसी-ललितपुर सीट के चुनावी हालात
झांसी-ललितपुर संसदीय सीट पर चुनावी हालात बहुत की कशमकश पू्र्ण हैं। यहां पर भाजपा ने एकदम नए चेहरे के रूप में बैद्यनाथ आयुर्वेद कंपनी के डायरेक्टर अनुराग शर्मा को चुनाव मैदान में उतारकर सभी को हतप्रभ कर दिया। वह मोदी मैजिक व संघ परिवार के भरोसे ही गठबंधन के सपा प्रत्याशी श्याम सुंदर से टक्कर लेते नजर आ रहे हैं।
इसके अलावा पार्टी संगठन की तरफ से भी सभी विधायकों को टाइट कर दिया गया है। यहां से दूसरे गठबंधन के तहत कांग्रेस के टिकट पर उतरे जन अधिकार पार्टी के प्रत्याशी शिवशरण कुशवाहा जातीय और मुस्लिम वोटों की उम्मीद में मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने की कोशिश करते नजर आएंगे। इसके अलावा शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के टिकट पर उतरे जगत विक्रम सिंह लोधी को जितने ज्यादा वोट मिलेंगे, उतना ही नुकसान भाजपा का होगा, क्योंकि यहां से उमा भारती के समय में बहुतायत में राजपूतों ने खुलकर उनका साथ दिया था।
ये विधानसभा क्षेत्र हैं संसदीय सीट के दायरे में
झांसी मंडल की झांसी-ललितपुर सीट पांच विधानसभा सीटों को मिलाकर बनती है। इसके तहत झांसी सदर, मऊरानीपुर, बबीना, ललितपुर और महरौनी विधानसभा सीटें हैं। इसके अलावा जालौन संसदीय सीट के दायरे में भी पांच विधानसभा सीटें आती हैं। इसमें गरौठा, उरई, कालपी, माधौगढ़ और भोगनीपुर सीटें शामिल हैं।