ये भी पढ़ें- एक दिन की राहत के बाद यूपी में फिर बढ़ा कोरोना का ग्राफ, आज 371 मिले संक्रमित, 9000 पार हुई कुल संख्या यह वीडियो तेजी से वायरल हुआ जिसपर राजनीति भी गर्मा गई थी। अखिलेश यादव ने इसे निंदनीय करार देते हुए चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की थी। हालांकि चंदानी ने अपने बचाव में अपनी बात को अनौपचारिक बताया और साजिश करार देते हुए खुद के ब्लैकमैलिंग की बात भी कही।
ये भी पढ़ें- बाबरी विध्वंस केसः सीबीआई स्पेशल कोर्ट में कटियार, वेदांती सहित 6 आरोपी पेश, दर्ज हुआ बयान सीएम ने मांगी थी रिपोर्ट- सीएम योगी ने मामले पर शासन से रिपोर्ट मांगी थी। जिसके बाद मंगलवार को प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे ने कानपुर डीएम डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी से रिपोर्ट मांगी। एडीएम सिटी व एसपी क्राइम से पूरे प्रकरण की जांच रिपोर्ट प्राप्त कर जिलाधिकारी ने बुधवार देर रात शासन को रिपोर्ट सौंपी। इसका संज्ञान लेते हुए शासन ने आरतीलाल चंदानी को जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य पद से हटा दिया। तबादला करते हुए उन्हें झांसी मेडिकल कॉलेज का प्राचार्य बनाया गया है, हालांकि आरती लालचंदानी का कहना है कि उन्हें अभी तक कोई आदेश नहीं भेजा गया है।